संवाद न्यूज एजेंसी
झांसी। वन स्टेशन वन प्रोडक्ट योजना का झांसी मंडल में विस्तार किया जा रहा है। तीन स्टेशन से शुरू हुई योजना अब 31 स्टेशन तक जा पहुंची है। विभिन्न श्रेणी के स्टेशनों पर स्थानीय कला, संस्कृति, उत्पाद और हथकरघा जैसे छोटे उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए स्टेशनों पर स्टॉल आवंटित किए जा रहे हैं।
योजना में झांसी रेल मंडल अपने 31 स्टेशनों पर वन स्टेशन वन उत्पाद के तहत स्टॉल बनाकर दे रहा है। इस योजना में स्थानीय व्यक्तियों, पंजीकृत स्वयंसेवी संस्था, स्वयंसेवी समूह और कलाकरों को शामिल किया जा रहा है। झांसी मंडल के वाणिज्य विभाग द्वारा योजना के तहत व्यापार करने वालों को प्लेटफाॅर्म पर 34 ट्रॉली और स्टॉल आवंटित होंगे। यदि अधिक आवेदन आते हैं तो फिर चक्र के अनुसार छोटे व्यापारी काे निर्धारित समय के लिए स्टॉल आवंटित होगी।
इन स्टेशनों पर मिलेंगे स्टॉल या ट्रॉली
वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी, ग्वालियर, दतिया, डबरा, मुरैना, भिंड, महोबा, खजुराहो, छतरपुर, चित्रकूट धाम कर्वी, उरई, पुखरायां, मऊरानीपुर, बांदा, ललितपुर, टीकमगढ़, बिरलानगर, भरवा सुमेरपुर, खरगापुर, सरकनपुर, बबीना, अतर्रा, कालपी, ओरछा, बरुआसागर, तालबेहट, शनिचरा, चिरगांव, ईशानगर, हरपालपुर और घाटमपुर।
इन मानकों पर मिलेगा मौका
एनएसजी-1 से एनएसजी-3 श्रेणी के स्टेशनों पर 15 दिन के लिए आवंटित होने वाली स्टॉल का शुल्क एक हजार रुपये होगा। वहीं, एसएसजी-4 से एनएसजी-6 के स्टेशनों पर शुल्क 500 रुपये रहेगा।
स्टॉल पर स्थानीय उत्पाद, हस्तशिल्प, हैंडलूम, स्थानीय कृषि उत्पाद, स्थानीय कारीगरी, संशाधित व अर्ध संशाधित खाद्य पदार्थ, परंपरागत परिधान, कपड़ा, हथकरघा, लकड़ी या मिट्टी से बनी वस्तुएं, खिलौने आदि बेचने की अनुमति होगी।
वर्जन
मंडल के 31 स्टेशनों पर वन स्टेशन वन प्रोडक्ट योजना के तहत 34 स्टॉल या ट्राॅली हस्तशिल्पी व अन्य स्थानीय उत्पादों की बिक्री के लिए दिए जा रहे हैं। इसमें उन्हीं उत्पादों की ब्रिकी होगी जो स्टेशन पर पहले से उपलब्ध नहीं हैं। – अमन वर्मा, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबधक, झांसी