
इसी गड्ढे में डूबकर बच्चों की मौत हो गई थी।
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उत्तर प्रदेश के आगरा में यमुना एक्सप्रेसवे खंदौली इंटरचेंज पर वर्षा जल संचयन के लिए खुले गड्ढे में गिरने से चार बच्चों की मौत हुई थी। इस मामले में एसडीएम एत्मादपुर दिव्या सिंह की लापरवाही सामने आई है। जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी ने उन्हें एत्मादपुर से हटाकर कलेक्ट्रेट में अपर नगर मजिस्ट्रेट की जिम्मेदारी दी है।
सात जुलाई को हादसे के दिन प्रभारी जिलाधिकारी प्रतिभा सिंह ने तत्कालीन एसडीएम को तत्काल घटनास्थल पर पहुंचने और राहत एवं बचाव कार्य के निर्देश दिए थे। एसडीएम दिव्या सिंह देरी से मौके पर पहुंचीं। राहत व बचाव कार्य में लापरवाही के कारण चार बच्चियों की जान चली गई।
प्रभारी डीएम ने स्पष्टीकरण मांगा था। डीएम भानु चंद्र गोस्वामी एसडीएम के स्पष्टीकरण के जवाब से संतुष्ट नहीं थे। उनकी जगह खेरागढ़ तहसील में एसडीएम न्यायिक संगम लाल को एत्मादपुर का नया एसडीएम बनाया गया है। अपर नगर मजिस्ट्रेट द्वितीय सतीश कुशवाह को एसडीएम न्यायिक खेरागढ़ पद पर तैनाती मिली है।
बिना अनुमति तहसील छोड़ने पर रोक
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि कोई भी एसडीएम बिना अनुमति तहसील मुख्यालय नहीं छोड़ेगा। वहीं उन्हें निवास करना होगा।