देश के जाने-माने राजनीतिज्ञ, पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री और लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष शिवराज पाटिल का 12 दिसंबर को निधन हो गया। पाटिल का अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) से भी गहरा संबंध रहा है। वह एएमयू की शीर्ष गवर्निंग बॉडी कोर्ट के सदस्य रहे। एएमयू परिसर में छात्र नेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की है।
एएमयू के पूर्व जनसंपर्क अधिकारी और उर्दू एकेडमी के पूर्व निदेशक डॉ. राहत अबरार कहते हैं कि लोकसभा से छह और राज्यसभा से चार सदस्य एएमयू कोर्ट के सदस्य होते हैं। इसी श्रेणी में शिवराज पाटिल भी एएमयू कोर्ट के सदस्य थे। वह भले ही कोर्ट की बैठक में शामिल नहीं हो सके लेकिन एएमयू के मामलों पर पैनी नजर रखते थे।
डॉ. अबरार कहते हैं कि अपने राजनीतिक करियर के दौरान, अक्त्तूबर 2005 में, एएमयू में मुस्लिम छात्रों के आरक्षण का मुद्दा राजनीतिक बहस का केंद्र बन गया था। इस मामले में एक उच्च न्यायालय के फैसले के संबंध में भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने तत्कालीन गृह मंत्री शिवराज पाटिल के इस्तीफे की मांग की थी।