
वृंदावन में भगवान परशुराम की भव्य शोभायात्रा का आयोजन ऐतिहासिक उत्साह के साथ हुआ। लगभग 24 वर्षों बाद इस प्रकार की विशाल शोभायात्रा का वृंदावन साक्षी बना। इसमें 100 से अधिक आकर्षक झांकियों के साथ यात्रा नगर के प्रमुख मार्गों से निकली। शोभायात्रा की शुरुआत रंगजी मंदिर से हुई, जो चुंगी चौराहा, प्रताप बाजार, लोई बाजार, बनखंडी महादेव, बिहारी जी मंदिर, दुसायत, कालिदह चौराहा से हरिनिकुंज होते हुए परशुराम पार्क पर आकर संपन्न हुई। इस दौरान नगरवासियों और तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।

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वृंदावन में निकाली गई शोभायात्रा।
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
सभी मार्गों को भक्तों की भीड़ और श्रद्धा से सराबोर झांकियों ने जीवंत कर दिया। यात्रा के दौरान विप्र समाज के लोगों की सहभागिता विशेष रूप से उल्लेखनीय रही। परशुराम जयन्ती के उपलक्ष्य में यह शोभायात्रा विप्र एकता और सनातन संस्कृति के संदेश के रूप में भी देखी गई। सभी वर्गों के लोगों ने इस आयोजन में बढ़-चढ़कर भाग लिया

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झांकियां रहीं आकर्षण का केंद्र।
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
शोभायात्रा में निकली झांकियां धार्मिक, पौराणिक, सामाजिक और सांस्कृतिक विषयों पर आधारित थीं। भगवान परशुराम के जीवन प्रसंगों के साथ-साथ श्रीराम, श्रीकृष्ण, शिव-पार्वती, दुर्गा माता, हनुमान जी, मां गंगा और अन्य देवताओं की भव्य झांकियां आकर्षण का केंद्र बनी रहीं। रथों पर सजी इन झांकियों के साथ नृत्य, कीर्तन और बैंड बाजों की गूंज ने संपूर्ण वातावरण को दिव्य बना दिया।

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शोभायात्रा में माैजूद पदाधिकारी।
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
इस विशाल आयोजन के संयोजक आशीष गौतम उर्फ चिंटू भैया ने बताया कि वृंदावन में इस प्रकार की झांकियों के साथ भगवान परशुराम की शोभायात्रा लगभग 24 वर्षों बाद देखने को मिली है। उन्होंने बताया कि यह यात्रा विशेष रूप से कालिया खेड़ा से आए भक्तों और झांकी दलों के सहयोग से संभव हो सकी है। वहीं धर्मेंद्र गौतम लीला ने यात्रा को सफल बनने के लिए विप्रजनों का धन्यवाद, उन्होंने समिति पर भरोसा किया और यात्रा में बढ़चढकर भाग लिया। पूरे मार्ग पर स्थानीय नागरिकों ने शोभायात्रा का भव्य स्वागत किया। जगह-जगह जलपान, फल वितरण और पुष्पवर्षा की गई। प्रशासन द्वारा भी यात्रा के सुचारू संचालन के लिए सुरक्षा, यातायात और व्यवस्था की उचित व्यवस्था की गई थी।

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भगवान परशुराम शोभायात्रा।
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
भविष्य में हर वर्ष आयोजन का संकल्प
मनमोहन गौतम और महिला मोर्चा की अध्यक्ष पिंकी द्विवेदी ने कहा कि भविष्य में इस प्रकार की यात्रा को हर वर्ष और अधिक भव्यता के साथ निकाला जाएगा, जिससे सनातन परंपराओं को सशक्त किया जा सके। आने वाली पीढ़ियों को अपने ऋषियों, परंपराओं और संस्कृति से जोड़ा जा सके। बृज बिहारी गौतम, केके गौतम, देव प्रकाश गौतम, शिव शिव गौतम, आशु सरदार, राधा मोहन गौतम, इ. राजकुमार शर्मा, बिहारी लाल वशिष्ठ, अंकुर शर्मा, उद्धव शर्मा, श्याम सुंदर, लखन शर्मा, अनमोल दीक्षित, वेदांग शर्मा, आचार्य मृदुलकांत शास्त्री, मधु मंगल शरण, आनंद किशोर गोस्वामी, बच्चू गोस्वामी, हेमकांत शरण देवाचार्य, भारत यादव, सुभाष पहलवान आदि मौजूद रहे।