Shukrteerth(मुज़फ्फरनगर) — उत्तर प्रदेश में गंगा की पवित्रता और स्वच्छता को लेकर चल रहे अभियान ने एक नई ऊंचाई को छू लिया, जब उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सम्मानित सदस्य श्रीमती सपना कश्यप ने शुक्रतीर्थ गंगा घाट पर स्वच्छता अभियान में भाग लिया। पूरे क्षेत्र में यह कार्यक्रम श्रद्धा, सेवा और जन-भागीदारी का ऐसा उदाहरण बन गया, जिसकी मिसाल दी जा सकती है।
पगड़ी और पटका से हुआ स्वागत, जनप्रतिनिधियों ने बढ़ाया उत्साह
इस महाअभियान की शुरुआत एक गरिमामय सम्मान समारोह से हुई, जहां उपजिलाधिकारी जयेन्द्र सिंह और तहसीलदार सतीश चंद बघेल ने सपना कश्यप को पगड़ी और पटका पहनाकर उनका अभिनंदन किया। इस अवसर पर शुकतीर्थ का हर कोना गंगा आरती की भांति पवित्र भावनाओं से भर गया।
घाटों की सफाई में उमड़ा जनसैलाब, महिलाएं रहीं सबसे आगे
गंगा स्वच्छता अभियान के अंतर्गत केवल घाटों पर ही नहीं, बल्कि शुक्रतीर्थ आबादी क्षेत्र में भी सफाई कार्य बखूबी अंजाम दिया गया। सफाईकर्मियों को फूलमाला और उपहार देकर सपना कश्यप, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष, और अन्य अधिकारियों द्वारा सम्मानित किया गया, जिससे उनके मनोबल में जबरदस्त वृद्धि हुई।
ट्रेनी नर्सिंग छात्राओं की अहम भागीदारी, युवाओं का बढ़ा मनोबल
एएनएम ट्रेनिंग सेंटर की प्रशिक्षु छात्राओं ने भी अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी ऊर्जा और समर्पण ने यह सिद्ध कर दिया कि युवा शक्ति यदि ठान ले, तो समाज में स्वच्छता की क्रांति लाना मुश्किल नहीं। इन युवतियों की कर्मठता ने न केवल उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों को प्रभावित किया बल्कि श्रद्धालुओं में भी प्रेरणा का संचार किया।
डॉ. राजीव कुमार की प्रेरणात्मक शपथ—निर्मल गंगा का संकल्प
अभियान के दौरान बाल कल्याण समिति के सदस्य डॉ. राजीव कुमार ने सभी को गंगा को “निर्मल एवं अविरल” बनाए रखने की शपथ दिलाई। घाट पर गूंजती आवाजों में जब ‘गंगा मैया की जय’ और ‘स्वच्छ गंगा, सुंदर गंगा’ जैसे नारे लगे, तो पूरा क्षेत्र देशभक्ति और आस्था के भावों से भर उठा।
अधिकारियों की भागीदारी ने अभियान को दी प्रशासनिक ताकत
इस विशेष दिन पर तहसीलदार जानसठ सतीश चंद्र बघेल, नमामि गंगे परियोजना के अधिकारी, ग्राम प्रधान, नगर पंचायतों के अधिशासी अधिकारी, तथा खंड विकास अधिकारी भी उपस्थित रहे। इनकी मौजूदगी से यह स्पष्ट हो गया कि यह अभियान केवल एक सांकेतिक प्रयास नहीं, बल्कि एक निरंतर चलने वाला मिशन है।
हर रविवार को चलता रहेगा अभियान, जनता से अपील
उप जिलाधिकारी जयेंद्र सिंह ने घोषणा करते हुए बताया कि गंगा स्वच्छता अभियान प्रत्येक रविवार को लगातार जारी रहेगा। यह केवल प्रशासन का ही नहीं, बल्कि आमजन का भी आंदोलन बन चुका है। क्षेत्रवासियों, श्रद्धालुओं और संत समाज द्वारा इस पहल की सराहना करते हुए इसे एक धार्मिक और सामाजिक जिम्मेदारी के रूप में स्वीकार किया गया है।
श्रद्धालु बोले—“ऐसे अभियान से बदल रही है सोच”
अभियान के दौरान श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों ने भावुक होकर कहा कि इस प्रकार के प्रयासों से गंगा की गरिमा फिर से लौटेगी। सफाई अभियान को देखकर कई बुज़ुर्गों की आंखों में आंसू छलक आए, और युवाओं ने हाथों में झाड़ू लेकर अपने भाव प्रकट किए।
महिला सशक्तिकरण और सामाजिक सेवा का अद्भुत संगम
सपना कश्यप जैसी महिला नेताओं की भागीदारी से यह साफ जाहिर हो गया है कि महिला सशक्तिकरण और सामाजिक उत्तरदायित्व का जब संगम होता है, तो कोई भी सामाजिक अभियान असंभव नहीं होता। गंगा घाट पर महिला भागीदारी ने यह स्पष्ट किया कि स्वच्छता की लड़ाई अब पूरे समाज की है।
सपना कश्यप बनीं रोल मॉडल, हर दिल में छा गईं
गांव-गांव और घर-घर में अब सपना कश्यप का नाम गूंज रहा है। उनके प्रयासों को देखते हुए क्षेत्रीय महिलाओं में भी जागरूकता की लहर दौड़ गई है। वे अब केवल महिला आयोग की सदस्य नहीं, बल्कि “गंगा स्वच्छता की ब्रांड एंबेसडर” बनकर उभरी हैं।
भविष्य की तैयारी
यह अभियान सिर्फ एक दिन की पहल नहीं, बल्कि एक दीर्घकालिक लक्ष्य है जिसे प्रशासन, जनप्रतिनिधियों और आमजन मिलकर पूरा कर रहे हैं। आने वाले दिनों में और भी बड़े स्तर पर सफाई कार्य, जागरूकता अभियान, स्कूल-कॉलेजों में वर्कशॉप्स तथा नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से जनमानस को जोड़ा जाएगा।
अगर आप चाहते हैं कि गंगा फिर से अपने प्राचीन गौरव को प्राप्त करे, तो रविवार को अपने नजदीकी घाट पर पहुंचिए, झाड़ू उठाइए और गंगा मैया को नमन करते हुए स्वच्छता यज्ञ में भाग लीजिए। क्योंकि गंगा सिर्फ एक नदी नहीं, हमारी सांस्कृतिक आत्मा है।
चलिए मिलकर करें गंगा को निर्मल और अविरल!
🙏 हर रविवार, हर घाट, हर दिल—गंगा के नाम 🙏
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