चांदी के बढ़ते दामों से बिक्री पर असर पड़ा है। इसके दाम दो लाख रुपये प्रतिकिलो के पास पहुंच गए हैं। इससे सामान्य लोग चांदी के गहने खरीदने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। चांदी कारोबारियों कहा कहना है कि बीते महीने के मुकाबले अब चांदी गहनों की बिक्री 30 फीसदी घट गई है।
आगरा सराफ एसोसिएशन के अध्यक्ष नितेश अग्रवाल ने बताया कि सोना नहीं ले पाने वाले लोग अक्सर चांदी की पायल, बिछुआ, अंगूठी, बर्तन, सिक्के समेत कई आइटम खरीदते हैं। अब चांदी के दाम बीते महीनेभर में ही 50 हजार रुपये से अधिक बढ़ गए। चांदी की कीमत 1.93 लाख रुपये प्रतिकिलो है। इससे बिक्री में कमी आई है। अभी कीमतें और बढ़ने के आसार हैं।
इसी महीने सहालग भी खत्म हो रही है। इससे बिक्री 50 फीसदी तक कम होने की संभावना है। चांदी कारोबारी पंकज जैन का कहना है कि पुरानी चांदी और नई चांदी की कीमत में काफी अंतर है। ऐसे में खरीदारी में काफी कमी आई है। तीज-त्योहार के अलावा सामान्य दिनों में भी चांदी के गहने और सामान की अच्छी खासी खरीदारी हो रही थी। चांदी महंगी होने के कारण फुटकर बिक्री में कमी आई है।
