संवाद न्यूज एजेंसी
झांसी। जिला प्रशासन की टास्क फोर्स ने सोमवार को मानिक चौक क्षेत्र में बाल श्रम के विरुद्ध अभियान चलाया। छह बच्चों को मुक्त कराया। साथ ही लोगों को बाल श्रम के प्रति जागरूक करते हुए बच्चों से कार्य न कराने की हिदायत दी।
झांसी महानगर को बाल श्रम से मुक्त बनाने के लिए 26 जनवरी 2026 का लक्ष्य रखा गया है। इसी के चलते सोमवार को श्रम प्रवर्तन अधिकारी अरुण कुमार तिवारी, एंटी‑ह्यूमन ट्रैफिकिंग थाने के उप निरीक्षक राम बाबू सचान आदि की टीम ने मानिक चौक क्षेत्र में अभियान चलाया। 15 से 18 वर्ष की आयु के छह बच्चों को बाल श्रम से मुक्त कराया। चिकित्सीय परीक्षण के बाद दोनों बच्चों को बाल कल्याण समिति रियासी के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
समिति अब बच्चों की पारिवारिक पृष्ठभूमि, उनकी आवश्यकताओं, सुरक्षित वातावरण की उपलब्धता और संभावित पुनर्वास विकल्पों की जांच करेगी। समिति बच्चों की अस्थायी देखभाल, काउंसिलिंग और पुनर्वास सहायता प्रदान करने की दिशा में कदम उठाएगी। अधिकारियों ने कहा कि बाल श्रम कानूनन अपराध है और किशोर न्याय अधिनियम के अंतर्गत ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी।
