लखनऊ। सीरियल किलर भाइयों में सबसे छोटे गैंगस्टर सोहराब को दिल्ली पुलिस ने कोलकाता से गिरफ्तार किया है। पेरोल खत्म होने के बाद से वह तिहाड़ जेल नहीं लौटा था। उसके लापता होने के बाद से खुफिया एजेंसियां अलर्ट थीं।
एजेंसियों का मानना था कि सोहराब किसी बड़ी वारदात के लिए पेरोल से भागा है। सोहराब और उसके भाइयों पर 30 से ज्यादा मुकदमे हैं। एसटीएफ भी उसकी तलाश में थी। हालांकि, सोहराब ने एक बार फिर यूपी पुलिस को चकमा दे दिया और दिल्ली पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि सोहराब कोलकाता में किसी दूसरे व्यक्ति के पहचान पत्र पर बाइक टैक्सी चला रहा था। वह मुस्लिम बाहुल्य इलाके में किराये के मकान में रह रहा था। दिल्ली पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर लेकर आ रही है।
सोहराब तीन दिन के पेरोल पर निकला था। इस दौरान वह पत्नी से भी मिला। इसके बाद वह कहां गया, किसी को मालूम नहीं था। सोहराब के बड़े भाई सलीम और रुस्तम तिहाड़ जेल में ही हैं। सोहराब के नेपाल के रास्ते विदेश भागने की चर्चा थी, लेकिन वह कोलकाता में मिला। सोहराब का सदर बाजार में घर है। पुलिस ने यहां भी छानबीन की थी।
तीन हत्याओं के बाद चर्चा में आए थे सगे भाई
सलीम, रुस्तम और सोहराब सगे भाई हैं। इनका एक और भाई शहजादे था, जिसकी वर्ष 2004 में रमजान में हुसैनगंज में हत्या कर दी गई थी। ठीक एक वर्ष बाद उसी दिन तीनों भाइयों ने मिलकर अलग-अलग इलाकों में तीन लोगों की हत्या कर दी थी। इससे पहले सलीम ने तत्कालीन एसएसपी आशुतोष पांडेय को फोन पर कहा था कि वह वारदात को अंजाम देने जा रहा है। आरोपी रंगदारी, वसूली, अपहरण, मादक पदार्थों और असलहे की तस्करी करते थे।
सुपारी लेकर हत्या करने लगे थे तीनों
सीरियल किलर भाई सुपारी लेकर हत्या करते थे। दिल्ली में तीनों ने दिनदहाड़े ज्वैलरी शॉप में डकैती डाली थी। वजीरगंज में समाजसेवी सैफी की सरेआम हत्या कर दी थी। अमीनाबाद में गुर्गे से पार्षद रहे पप्पू पांडे की हत्या करवाई थी। डकैती मामले में तीनों को गिरफ्तार कर तिहाड़ जेल भेजा गया था। आरोपियों ने संभल के पूर्व सांसद शफीकुर्रहमान के नाती फैज की हत्या करवा दी थी। इसके पीछे आरोपियों के परिवार की एक महिला से उसकी नजदीकी बताई गई थी। आरोपी लखनऊ कोर्ट में पेशी पर आने के दौरान व्यापारियों से रंगदारी वसूलते थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए तीनों की ऑनलाइन पेशी शुरू की गई।
