son celebrated his father death by dancing and singing In Sultanpur reached crematorium done unique funeral

1 of 5

पिता की मौत पर बेटे ने मनाया जश्न
– फोटो : अमर उजाला ग्राफिक

यूपी के सुल्तानपुर से एक अनोखे अंतिम संस्कार का मामला सामने आया है। यहां पिता की मौत पर बेटा रोया नहीं, बल्कि जश्न मनाया। वह ढोल-नगाड़े के बीच साथियों संग नाचते गाते श्मसान घाट पर पहुंचा। इसके बाद खुश होकर अंतिम संस्कार किया। मामले का वीडियो सामने आया तो लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया।  

मामला नगर कोतवाली क्षेत्र के नारायणपुर वार्ड के दुर्गापुर मोहल्ले का है। यहां के निवासी रामकिशोर मिश्रा का करीब 20 दिन पहले निधन हो गया था। उनकी आयु 80 वर्ष से अधिक थी। बेटे श्रीराम ने अनोखे तरीके से उनका अंतिम संस्कार किया। इसकी वीडियोग्राफी भी कराई। 




son celebrated his father death by dancing and singing In Sultanpur reached crematorium done unique funeral

2 of 5

अर्थी को सजाकर निकाली गई अंतिम यात्रा
– फोटो : वीडियो ग्रैब

श्रीराम ने पिता की मौत पर रोने की बजाय उनके गोलोकवाशी होने पर जश्न मनाया। उन्होंने ढोल बजवाया। ढोल के बीच साथियों संग नाचते गाते पिता की अर्थी को श्मसान घाट तक ले गए। पिता की अर्थी पर उसी तरह नोट लुटाए, जिस तरह कोई आम आदमी शादी-विवाह की खुशी में नोट लुटाता है। वहां पर खुश होकर विधि विधान से पिता का अंतिम संस्कार किया।  


son celebrated his father death by dancing and singing In Sultanpur reached crematorium done unique funeral

3 of 5

तेरहवी पर डीजे बजवाकर किया भोज
– फोटो : वीडियो ग्रैब

इसके बाद तेरह दिनों तक विधि विधान से क्रिया-कर्म संपन्न किए। यही नहीं तेरहवीं के दिन किसी शादी कार्यक्रम की तरह ही डीजे बजवाया। डीजे में नाचते गाते, खुशियां मनाते लोगों को भोज में खाना खिलाया। यानी पिता के गोलोकवाशी होने पर उनके अंतिम क्रिया कर्मों को किसी शादी विवाह की तरह संपन्न किया। 

 


son celebrated his father death by dancing and singing In Sultanpur reached crematorium done unique funeral

4 of 5

साथियों संग नाचते गाते निकाली अंतिम यात्रा
– फोटो : वीडियो ग्रैब

इसके पीछे श्रीराम के क्या विचार थे, इस पर उन्होंने कहा कि इस नश्वर संसार से जो विदा होता है, वह दोबारा यहां नहीं आता। मेरे पिता गोलोकधाम को पधारे हैं। उनकी यह अंतिम बरात थी। अब उन्हें यहां दोबारा नहीं आना। इसलिए उन्हें रोकर नहीं बल्कि हंसते गाते हुए विदा किया है।


son celebrated his father death by dancing and singing In Sultanpur reached crematorium done unique funeral

5 of 5

तेरहवीं पर डीजे पर डांस करते परिवारीजन
– फोटो : वीडियो ग्रैब

बेटे श्रीराम ने कहा कि लोग स्वार्थ के वश में होकर अपनों के जाने पर दुख व्यक्त करते हैं। जो सिर्फ एक दिखावा होता है। उनका मानना है कि किसी को भी रोते हुए इस संसार से विदा नहीं करना चाहिए। रोने से जाने वाली की आत्मा को दुख होता है।  




Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *