
माता-पिता के साथ कौशलेंद्र
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उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में 21 साल पहले लापता हुआ किशोर मंगलवार को अचानक अपने घर आया तो उसे देख माता-पिता की आंखों से आंसू बहने लगे। मां ने किशोरावस्था में बिछड़े बेटे को सीने से लगा लिया और भगवान का धन्यवाद करने लगी। पिता के चेहरे पर मुस्कान लौट आई। परिजन ने बताया कि वर्ष 2003 में वह लापता हो गया था।
मामला औंछा थाना क्षेत्र के गांव बल्लमपुर का है। गांव निवासी राजेंद्र सिंह का पुत्र कौशलेंद्र सिंह उर्फ केके मानसिक रूप से कमजोर था। वर्ष 2003 में वह लापता हो गया था। इसके बाद परिजन ने उसकी काफी खोजबीन की लेकिन कोई जानकारी नहीं हो सकी। समय के साथ साथ कौशलेंद्र के आने की रही सही उम्मीद भी खत्म हो रही थी।
पिता बेटे की तलाश में कई शहरों की तलाश में भटक चुके थे। वहीं मां पूजा पाठ से लेकर बेटे को वापस लाने के लिए हर जतन कर अब मायूस हो चुकी थी। मंगलवार को कौशलेंद्र अचानक अपने घर आ पहुंचा तो उसे देख पहले तो माता-पिता को विश्वास नहीं हुआ। मां ने किशोरावस्था में लापता हुए अपने बेटे को पहचान लिया और रोते हुए गले से लगा लिया।
पिता की आंखों से भी बेटे को सकुशल देख आंसू बहने लगे। पिता का कहना है कि वह तो अब बेटे के मिलने की आस ही खो चुके थे। बेटे के घर आने की खुशी में राजेंद्र सिंह और शकुंतला देवी ने गांव के प्राचीन शिव आश्रम बनकटी पर शिवलिंग की पूजा कर गांव में प्रसाद वितरण कराया।