
सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी। (फाइल फोटो)
– फोटो : सोशल मीडिया
विस्तार
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के राज्यसभा जाने से अब सभी की निगाहें रायबरेली और अमेठी पर टिकीं हैं। रायबरेली से प्रियंका गांधी के मैदान में उतरने के आसार हैं, लेकिन अमेठी से राहुल गांधी चुनाव लड़ेंगे अथवा कोई नया चेहरा सामने आएगा, इस पर संशय बना हुआ है।
रायबरेली और अमेठी से गांधी परिवार का लंबे समय से सियासी नाता रहा है। 2014 में अमेठी और रायबरेली दोनों सीटें कांग्रेस के हिस्से आई, लेकिन वर्ष 2019 में सिर्फ रायबरेली पर ही कांग्रेस कब्जा बरकरार रख पाई। अब सोनिया गांधी के राज्यसभा में जाने के बाद रायबरेली से प्रियंका गांधी को चुनाव मैदान में उतारने की संभावना है। वह पिछले चुनाव में भी सक्रिय रहीं हैं। सोनिया गांधी की अनुपस्थिति में रायबरेली का दौरा करती रही हैं। ऐसे में इस सीट पर प्रियंका गांधी की प्रबल दावेदारी मानी जा रही है। इसी तरह अमेठी से 1999 में सोनिया गांधी और फिर तीन बार राहुल गांधी सांसद रहे। लेकिन 2019 में स्मृति ईरानी ने उन्हें हरा दिया। ऐसे में वर्ष 2024 में वह अमेठी से सियासी मैदान में उतरेंगे, अभी यह तस्वीर साफ नहीं हुई है।
राहुल गांधी के अमेठी से मैदान में नहीं उतरने की स्थिति में अगला चेहरा कौन होगा? इस पर अलग- अलग कयास लगाए जा रहे हैं। वरिष्ठ पत्रकार राज खन्ना कहते हैं कि अमेठी और रायबरेली में गांधी परिवार का जादू चलता रहा है, लेकिन वक्त के साथ मतदाताओं का नजरिया भी बदला है। ऐसे में एक सच यह भी है कि ये दोनों सीटें अब कांग्रेस के लिए आसान नहीं रह गई हैं। फिलहाल कांग्रेस के प्रवक्ता डा. अरविंद चतुर्वेदी दावा करते हैं कि रायबरेली से प्रियंका गांधी मैदान में उतरेंगी और अमेठी से राहुल गांधी को चुनाव लड़ाने की पूरी तैयारी है। न्याय यात्रा के दौरान अमेठी की जनता उनसे प्रतिनिधित्व करने के लिए अपील करेगी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय कहते हैं कि वह पहले ही कह चुके हैं कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी जिस सीट से चाहेंगी पार्टी का हर कार्यकर्ता उनके लिए मैदान में उतरेगा।
गांधी परिवार का मजबूत किला रायबरेली सीट
रायबरेली और अमेठी संसदीय सीट गांधी परिवार का गढ़ माना जाता है। अमेठी में 1967 से अब तक 16 बार हुए चुनाव में 13 बार कांग्रेस का परचम लहराया। वर्ष 1977 में बीएलडी से रवींद्र प्रताप सिंह, 1998 में भाजपा से संजय सिंह और 2019 में भाजपा से स्मृति ईरानी सांसद चुनी गई। अन्य चुनावों में कांग्रेस विजेता रही। यहां से 1980 में संजय सिंह, फिर 1981 से चार बार राजीव गांधी, एक बार सोनिया गांधी और तीन बार राहुल गांधी सांसद चुने गए हैं। इसी तरह रायबरेली में दो बार फिरोज गांधी, दो बार इंदिरा गांधी और चार बार से सोनिया गांधी सांसद हैं। 2014 के मोदी लहर में भी कांग्रेस इस सीट को जीतने में सफल रही। ऐसे में प्रियंका के लिए इसे मुफीद माना जा रहा है।
