बीते दिनों बरेली में हुए बवाल प्रकरण में समाजवादी पार्टी पुलिस पर पत्थर फेंकने वालों के पक्ष में नहीं है, लेकिन इसके बाद जो कार्रवाई हुई वह किसी जंगलराज से कम नहीं। लाठीचार्ज और निर्दोष लोगों को जेल में डालना सही नहीं। इसकी निष्पक्ष जांच होना बेहद जरूरी है। सपा कार्यालय पर सोमवार को प्रेसवार्ता में यह बातें सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने कहीं।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में एनकाउंटर में सिर या पांव में ही गोली लगती है। ऐसा कैसे है कि यह गोली भी लोगों देखकर लग रही है। समीक्षा में पता चला कि योगी शासन में रोजाना तीन मुठभेड़ हो रही है। जिस प्रदेश में रोजाना पुलिस से गुंडे भिड़ रहे हों, वहां आम आदमी और कानून व्यवस्था का क्या हाल होगा, इसका अंदाजा खुद ही लगाया जा सकता है। बसे बसाए घर-दुकान उजाड़ने की कार्रवाई इतिहास में कभी नहीं हुई। यह भाजपा की तानाशाही का प्रतीक है।
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सपा प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा अपने गुडवर्क के आंकड़ों में ही घिर रही है। यह सभी एनकाउंटर संदिग्ध हैं, इनकी जांच कराने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से सिफारिश करूंगा। आई लव मोहम्मद जैसे मामलों में भाजपा का षडयंत्र है। घटनाओं की जांच में आरएसएस के लोग सामने आ रहे हैं।