World Tourism Day: आज विश्व पर्यटन दिवस है। चलिए आपको अवध घुमाते हैं। यहां धार्मिक से लेकर रोमांच तक की दुनिया है। यहां के हर जिले में कुछ न कुछ ऐसा है जो आपका मन मोहने के लिए काफी है।
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कतर्नियाघाट एक अच्छा विकल्प।
– फोटो : अमर उजाला।
जिम कार्बेट राष्ट्रीय पार्क घूमने की हसरत पालने वालों के लिए अपना कतर्नियाघाट बेहतर विकल्प है। हर साल 15 नवंबर को यहां पर्यटन सत्र शुरू होता है और 15 जून को इसे बंद कर दिया जाता है। रात में यहां रुकने की सोच रहे हैं तो वन विभाग से लेकर निजी गेस्ट हाउस भी उपलब्ध हैं। बीते सीजन में यहां 15 हजार पर्यटक आए थे। इस बार हेलीकॉप्टर सेवा शुरू करने की तैयारी है। इससे यह संख्या बढ़ेगी। वन विभाग के अनुसार यहां 59 बाघ, 200 हाथी, 15 गैंडे हैं।
महाराजा सुहेल देव की शौर्य गाथा
चित्तौरा ब्लॉक क्षेत्र में महाराजा सुहेलदेव का स्मारक बनाया गया है। यहां पहुंच महाराजा सुहेल देव की शौर्य गाथा को जानने और सुनने का अवसर मिलेगा। मनोरम प्राकृतिक छटा भी लुभाएगी। झील में बोटिंग की सुविधा भी जल्द मिलेगी।