उत्तर प्रदेश एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) की लखनऊ और नोएडा यूनिट ने अलीगढ़ के मडराक क्षेत्र स्थित पराग पेंट्स एंड केमिकल की फैक्टरी पर 14 नवंबर को बड़ी कार्रवाई की। बायो डीजल बनाने और संदिग्ध केमिकल के अवैध भंडारण की सूचना पर एसटीएफ की टीम ने यह छापा मारा।
एसटीएफ की टीम ने फैक्टरी को अंदर से बंद कर गहन जांच की। इस दौरान जांच में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए स्थानीय जिला पूर्ति विभाग की टीम को भी मौके पर बुलाया गया। जिसके बाद 6 केमिकल के नमूने भरे गए हैं। जिला पूर्ति विभाग की टीम ने फैक्टरी से छह संदिग्ध केमिकल के नमूने भरे हैं, जिन्हें जांच के लिए एसटीएफ को सौंप दिया गया। जिन केमिकल के नमूने लिए गए हैं, उनमें मिनरल ऑयल, फ्लो ऑयल, एमटीओ , स्लोप, लेफ्था और इंडस्ट्रियल फ्यूल आदि शामिल हैं।
एसटीएफ की टीम ने फैक्टरी में बायो डीजल बनाने की जानकारी की। इसके अलावा फरीदाबाद की तरह बड़े पैमाने पर केमिकल स्टोर करने के एंगल से भी जांच की। एसटीएफ की कार्रवाई का मकसद अभी तक पूरी तरह स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन माना जा रहा है कि यह कार्रवाई किसी बड़े आपराधिक नेटवर्क से जुड़ी हो सकती है। सूत्रों के हवाले से यह भी कहा जा रहा है कि दिल्ली में हुए हालिया विस्फोट की घटना के बाद एसटीएफ इसी संबंध में यहां जांच करने आई थी। जिला पूर्ति विभाग के अनुसार, एक संभावना यह भी है कि किसी अन्य जनपद में सॉल्वेंट की बड़ी मात्रा पकड़ी गई थी, जिसकी आपूर्ति के तार पराग पेंट्स एंड केमिकल फैक्टरी से जुड़ रहे थे, जिसके चलते एसटीएफ ने यह कार्रवाई की है।
इस संबंध में जिला पूर्ति अधिकारी सत्यवीर ने बताया कि एसटीएफ के बुलावे पर विभाग की एक टीम फैक्टरी पहुंची थी। टीम ने सभी संदिग्ध केमिकल के सैंपल भरकर एसटीएफ को सौंप दिए हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि एसटीएफ ने अपने यहां आने और जांच के मकसद के संबंध में विभाग को कोई जानकारी नहीं दी है।
