
सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : अमर उजाला
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बरेली में छात्रा के धर्म परिवर्तन, दुष्कर्म और हत्या के मामले में सीमा विवाद का पेच फंसाकर मामला उलझाने वाले फतेहगंज पूर्वी थाने के इंस्पेक्टर मदन मोहन चतुर्वेदी पर जल्द ही बड़ी कार्रवाई हो सकती है। जांच अधिकारी एसपी साउथ मानुष पारीक ने किशोरी के परिजनों को बयान के लिए बुलाया है।
फतेहगंज पूर्वी थाना क्षेत्र से लापता छात्रा का शव बुधवार को बरेली-शाहजहांपुर के सीमा क्षेत्र में रेलवे ट्रैक किनारे पड़ा मिला था। इस मामले में फतेहगंज पूर्वी इंस्पेक्टर न तो मौके पर गए, न ही हंगामे के दौरान थाने से निकले। चार बार तहरीर भी बदलवाई। आधी रात के बाद सीओ के हस्तक्षेप से आरोपी फरियाद पर धर्म परिवर्तन व दुष्कर्म समेत गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की जा सकी। इस दौरान हिंदूवादी संगठनों ने देरी और मनमानी का आरोप लगाकर थाने में हंगामा काटा तो किशोरी की मां ने इंस्पेक्टर पर गंभीर आरोप लगाए।
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इंस्पेक्टर चतुर्वेदी पहले बरेली में तैनाती के दौरान भी अपनी कार्यशैली को लेकर चर्चा में रहे। अब सीमावर्ती इलाके में उनकी कार्यशैली की वजह से मामला राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में रहा और जिले की पुलिस की खासी किरकिरी हुई है। एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान ने इंस्पेक्टर की भूमिका की जांच एसपी साउथ मानुष पारीक को दी है। वह कई बिंदुओं पर जांच कर रहे हैं। इंस्पेक्टर पर बड़ी कार्रवाई हो सकती है।