
चीनी मिल के बाहर गन्ना लादे वाहनों की कतार। – संवाद
कूरेभार (सुल्तानपुर)। सहकारी चीनी मिल के जर्जर कल-पुर्जे और मरम्मत में लापरवाही किसानों पर भारी पड़ रही है। आए दिन मिल बंद रहने से गन्ना सूख रहा है। बृहस्पतिवार रात मोटर फुंक जाने से चीनी मिल बंद हो गई। छह घंटे की दौड़भाग के बाद सुबह नौ बजे आईडी फैन का मोटर बदले जाने पर मिल चालू हुई और 15 मिनट बाद ही अनलोडर खराब होने से पेराई बंद हो गई।
मिल में लगातार आ रही इस खराबी के कारण मिल के बाहर से लेकर तौल केंद्रों तक किसानों और ट्रैक्टरों की लंबी कतार लगी हुई है। क्षेत्र के करीब 10 हजार गन्ना किसान अपनी उपज बरबाद होने से परेशान हैं। मिल शुरू करने से पहले मिल के अफसरों ने दो करोड़ रुपये मरम्मत के नाम पर खर्च कर डाले लेकिन उसका कोई असर मिल के संचालन पर नजर नहीं आ रहा है।
किसान प्रदीप कुमार निवासी पखनपुर ने बताया कि मंगलवार से गन्ना लेकर आए हैं लेकिन अभी तक तौल नहीं हो सकी है। रात में ठंड से जूझना पड़ रहा है। अलाव की कोई व्यवस्था न होने से काफी दिक्कत हो रही है।
वहीं नटौली गांव निवासी विजय कुमार ने कहा कि मंगलवार सुबह चीनी मिल पर गन्ना लेकर आए हैं, अभी तौल नहीं हुई। गन्ना यार्ड में लाइट व प्रसाधन का प्रबंध भी नहीं है। सोनारा गांव निवासी रामसिंह वर्मा ने चीनी मिल प्रबंधन पर उदासीनता का आरोप लगाया। कहा कि चीनी मिल कर्मी किसानों से पैसा लेकर एडवांस का टोकन जारी कर रहे हैं। इसमें सीधे-सादे किसानों का शोषण किया जा रहा है।
सुदनापुर गांव के सुरेश कुमार ने बताया कि बुधवार सुबह गन्ना लेकर आए, चीनी मिल बंद होने से तौल नहीं हुई। किसानो के लिए विश्राम करने का कोई प्रबंध नहीं है। पीने के पानी की टोटी चोर खोल ले गए हैं। करीब 10 दिन से पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है। रात में ठंड से बड़ी परेशानी हो रही है।
जिला प्रशासन से लेकर जनप्रतिनिधि तक मौन
चीनी मिल की लापरवाही का खामियाजा किसान भुगत रहे हैं। इसके बावजूद जिला प्रशासन के अधिकारी से लेकर सांसद, विधायक समेत अन्य जनप्रतिनिधि इस मुद्दे पर मौन साधे हैं। इस बात से भी किसान नाराज चल रहे हैं।