ताजमहल के मुख्य गुंबद पर पिछले छह महीनों से लगी स्कैफोल्डिंग (पाड़) को बुधवार से पुरातत्व विभाग ने हटाना शुरू कर दिया। इसके हटते ही ताजमहल अपने पुराने और मूल स्वरूप में पर्यटकों को दिखाई देगा। क्रिसमस और नववर्ष के दौरान बड़ी संख्या में आने वाले देशी-विदेशी सैलानियों के लिए यह बड़ी सौगात होगी।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के अधिकारियों ने बताया कि बीते वर्ष हुई अधिक बारिश के कारण ताजमहल के गुंबद पर स्थित कलश के पास से पानी का रिसाव शुरू हो गया था। इसकी मरम्मत के लिए कार्य शुरू किया गया था। मरम्मत का काम मई 2025 में प्रारंभ हुआ था, जिस पर करीब 90 लाख रुपये खर्च किए गए। अब मरम्मत पूरी हो चुकी है। वरिष्ठ संरक्षण सहायक प्रिंस वाजपेयी ने बताया कि नए साल से पहले पाड़ को पूरी तरह हटा दिया जाएगा।
