संवाद न्यूज एजेंसी

ललितपुर। दो नगर पंचायतों तालबेहट और महरौनी के 40 हजार बाशिंदों को पानी उपलब्ध कराने वाली पेयजल परियोजना आचार संहिता के फेर में फंस गई है। दोनों परियोजना पर 96.59 करोड़ रुपये से कार्य कराने की स्वीकृति मिल गई थी। टेंडर प्रक्रिया शुरू कर निविदाएं मांगी गई थीं, लेकिन आचार संहिता लगने से कार्य रुक गया है। अब तीन महीने और इंतजार करना होगा।

नगर पंचायत तालबेहट में 2912 परिवारों के सामने पानी का संकट बना हुआ है। वहीं महरौनी में 4041 परिवार पेयजल समस्या से जूझ रहे हैं। इन दोनों नगर पंचायतों के लगभग सात हजार परिवारों में पानी की किल्लत दूर करने के लिए जल निगम ने सर्वे किया था। तालबेहट को माताटीला बांध और महरौनी को सजनाम बांध से पेयजल आपूर्ति करने की योजना तैयार की थी।

जल निगम ने अमृत योजना 0.2 के अंतर्गत तालबेहट में 55.28 करोड़ व महरौनी में 41.31 करोड़ से कार्य करने का खाका तैयार किया था। इस तरह दोनों नगर पंचायतों में 96.59 करोड़ से कार्य किया जाना था। प्रस्ताव को शासन से मंजूरी मिलने के बाद कार्यदायी संस्था ने टेंडर प्रक्रिया शुरू कर निविदाएं मांगी ही थीं कि आचार संहिता लग गई। इससे योजना ठंडे बस्ते में चली गई। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि आचार संहिता समाप्त होने के बाद कार्य शुरू किया जाएगा। ऐसे में अब दोनों नगर पंचायत के बाशिंदों को वर्ष 2025 तक ही पानी मिलने की उम्मीद है।

ये होना है कार्य

माताटीला बांध से नगर पंचायत तालबेहट में घर-घर पानी पहुंचाने के लिए 36.92 किलोमीटर पाइपलाइन डाली जानी है। दो टंकी, दो सीडब्ल्यूआर (स्वच्छ जलाशय) और 7.75 एमएलडी के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण किया जाएगा। वहीं नगर पंचायत महरौनी में सजनाम बांध से घर-घर पानी पहुंचाने के लिए 30 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन डाली जानी है। दो टंकी, 3.50 एमएलडी के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण किया जाएगा।

नगर पंचायत तालबेहट व महरौनी में पेयजल परियोजना की टेंडर प्रक्रिया चल रही थी। आचार संहिता लगने से कार्य रुक गया है। आचार संहिता खत्म होने के बाद प्रक्रिया पूरी कर निर्माण शुरू कराया जाएगा।

– मुकेश पाल, अधिशासी अभियंता, जल निगम, शहरी इकाई



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