देश की प्रतिष्ठित सेवाओं में से एक मानी जाने वाली संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सर्विसेज 2024 के परिणाम मंगलवार को घोषित कर दिए गए। जिसमें आगरा के पांच होनहारों ने स्थान प्राप्त किया। अपनी मेहनत के बल पर किसी ने तीसरे तो किसी ने चौथे प्रयास में यह सफलता प्राप्त की है। बाह बासौनी गांव के रहने वाले अभिषेक शर्मा ने तीसरे प्रयास में 38वीं और शास्त्रीपुरम के अभिषेक चौधरी ने चौथे प्रयास में 64वीं रैंक प्राप्त की है।
बाह के बासौनी के कालका पुरम के रहने वाले अभिषेक ने बताया पिता एके शर्मा मुरैना में शिक्षक है। मां सीमा शर्मा गृहणी हैं। अभिषेक की एक छोटी बहन दिल्ली विश्वविद्यालय से परास्नातक की पढ़ाई कर रही हैं। उन्होंने धौलपुर के नवोदय विद्यालय से 10वीं पढ़ाई करने के बाद, मुरैना के वनखंडेश्वर स्कूल से वर्ष 2018 में 12वीं पास की। इसके बाद भाेपाल के एनआईटी से कंप्यूटर साइंस से इंजीनियरिंग की पढ़ाई वर्ष 2022 में पूरी कर दो साल एक नौकरी की और इसी दौरान पहली बार सिविल सेवा परीक्षा में शामिल हुए। 6 से 7 घंटे पढ़ाई कर सफलता पाई। उन्होंने बताया निम्न वर्ग तक हर संभव मदद पहुंचाने का प्रयास रहेगा। जिससे कोई जरूरतमंद, सुविधाओं के लिए न भटके।
अभिषेक ने चौथे प्रयास में पाई सफलता
शास्त्रीपुरम बी-ब्लाक के रहने वाले अभिषेक चौधरी के पिता भूरी सिंह भारतीय वायुसेना से सेवानिवृत हैं। 2009 में नौवीं तक आगरा के केवी नंबर-1 से पढ़ाई करने के बाद पिता की पोस्टिंग गुजरात में हुई। 2012 में 12वीं पास करने के बाद गुजरात के ही आनंद शहर से वर्ष 2016 में सिविल इंजीनियरिंग पूरी की। इसके बाद 2020 तक एक प्राइवेट कंपनी में 10 लाख रुपये के पैकेज की नौकरी छोड़ सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू की। तैयारी में मां कुसुम चौधरी ने पूरा साथ दिया। अभिषेक ने बताया यह उनका चौथा प्रयास था। इससे पहले वह 3 बार मेंस, 2 बार इंटरव्यू दे चुके हैं। बिना कोई कोचिंग में पढ़ाई किए इंटरनेट मीडिया के सहारे पढ़ाई कर सफलता पाई। सिर्फ इंटरव्यू की तैयारी के लिए चौथे प्रयास में दिल्ली गए। शुरूआत में काेई गाइडेंस नहीं थी। छोटे भाई फ्लाइट लेफ्टीनेंट अखंड प्रताप सिंह के दृण निश्चय से मोटिवेशन मिला। छह से सात घंटे पढ़ाई कर सफलता पाई।
मंडल वाणिज्य निरीक्षक के बेटे अभिषेक सिंह ने पाई 287वीं रैंक
आगरा के मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में कार्यरत मंडल वाणिज्य निरीक्षक आरके सिंह के बेटे अभिषेक कुमार सिंह वर्ष 2024 की यूपीएससी परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 287 प्राप्त की है। प्रारंभिक शिक्षा सीबीएसई बोर्ड से करने के बाद लखनऊ के केजीएमयू से एमबीबीएस की पढ़ाई की है। वर्तमान में सिकंदरा के पश्चिमपुरी में रहने वाले अभिषेक ने यूपीएससी की तैयारी सेल्फ स्टडी से की। वह नियमित 6 से 7 घंटे पढ़ाई करते थे।
उदित कुमार सिंह ने प्राप्त की 668वीं रैंक
मूल रूप से प्रयागराज के रहने वाले उदित कुमार ने यूपीएससी में 668वीं रैंक प्राप्त की है। जिला जेल आगरा के जेलर नागेश सिंह के पुत्र उदित वर्तमान में कस्टम इंस्पेक्टर के पद पर मुंबई में कार्यरत हैं। पिता नागेश सिंह बताते हैं कि उदित की प्राथमिक शिक्षा कानपुर से हुई। इसके बाद 10 वीं और 12 वीं की परीक्षा एसडी पब्लिक इंटर कॉलेज मुजफ्फर नगर से पास की। बीटेक कंप्यूटर साइंस में चयन होने के बाद भी उदित ने बीएससी मैथ्स में प्रवेश लिया।
पहला चयन कस्टम इंस्पेक्टर के रूप में हुआ। भारतीय प्रशासनिक सेवा में यह उनका तीसरा प्रयास था। उदित अपनी प्रेरणा दादा सेवानिवृत्त शिक्षक कुंवर सिंह को मानते हैं। पिता के नक्शे कदम पर उन्होंने पहले विकल्प के रूप में इंडियन पुलिस सर्विस को प्राथमिकता दी है। फिलहाल वो अपनी रैंक सुधार के लिए एक आखिरी प्रयास और करेंगे। मां अंजलि सिंह बताती हैं कि नौकरी के साथ सेल्फ स्टडी से बेटे ने यह सफलता प्राप्त की है।
आईपीएस महकता मीणा को मिली 961वीं रैंक
मूलरूप से अलवर की रहने वाली महकता मीणा ने सेंट जोंस कालेज से 12वीं पास करने के बाद एमएनआईटी से 2018 में बीटेक पूरा किया। बताया पिता विजय मीणा आगरा में ही कैंट स्टेशन पर स्टेशन मास्टर के पद पर तैनात थे। जिस कारण पूरी पढ़ाई यहीं से हुई। कहती हैं अभिभावकों की प्रेरणा से ही उन्होंने यह सफलता पाई है। उनकी प्रेरणा से ही 961वीं रैंक मिली है। वर्ष 2023 के परिणाम में 689 रैंक मिली थी। महकता वर्तमान में प्रशिक्षु आईपीएस हैं, वह हैदराबाद में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहीं हैं।