संवाद न्यूज एजेंसी
झांसी। जीएसटी विभाग की एसआईबी ने जांच में बड़े स्तर पर टैक्स चोरी का पर्दाफाश किया है। फर्जी और बाेगस फर्माें के साथ मिलकर झांसी की एक फर्म ने 5.80 करोड़ टैक्स की चोरी की। जांच में मामला पकड़ में आने के बाद टीम ने फर्म पर जुर्माना तय किया और 61 लाख रुपये तत्काल जमा भी कराए। इसके साथ ही फर्जी व बोगस फर्माें की भी जांच शुरू की है। वस्तु एवं सेवाकर विभाग (जीएसटी) झांसी में पंजीकृत एक सेवा प्रदाता कंपनी ने कई सरकारी उपक्रमों में मैन पावर सप्लाई का कार्य किया। कर्मचारियों की कमी होने पर उसने कई फर्मों के साथ पार्टनरशिप शुरू की। 2020-21 में शुरू किए कार्य में पांच साल में तीन साल तक सही टैक्स जमा किया गया। दो साल 2023-2024 व 2024-2025 में फर्म ने अपना टैक्स पूर्व की तरह जमा नहीं किया। न के बराबर टैक्स जमा होने पर अधिकारियों को संदेह हुआ। उन्होंने इसकी जांच एडिशनल कमिश्नर एसआईबी ग्रेड-2 अशोक कुमार के नेतृत्व में डिप्टी कमिश्नर एसआईबी पुनीत अग्निहोत्री के साथ शुरू की तो बड़ा हेरफेर का मामला आया। एडिशनल कमिश्नर एसआईबी ग्रेड-2 अशोक कुमार ने बताया कि फर्म ने जिन फर्माें के साथ मिलकर यह कार्य किया, उनमें 7 का पंजीयन पहले ही रद्द किया जा चुका है। जो तीन अन्य फर्में हैं, वह बोगस की श्रेणी में हैं। जांच में उक्त फर्म की ओर से 5.80 करोड़ की चोरी पकड़ में आई है।