रामपुरा। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रामपुरा से सात अक्तूबर को जारी हुए जन्म प्रमाणपत्र को महिला के पति ने फर्जी बताकर कई सवाल खड़े कर दिए थे। सीएमओ के निर्देश पर गठित तीन सदस्यीय जांच टीम ने जांच शुरू कर दी है। तीन सदस्यीय टीम का नेतृत्व कर रहे अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आनंद प्रकाश वर्मा रविवार को भी सीएचसी पहुंचे और जांच की। टीम ने आरोपियों से शपथपत्र पर बयान दर्ज कराए।

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बता दें कि इटावा जनपद के बकेवर थाना क्षेत्र के दिलीप नगर निवासी रोहित ने आरोप लगाते हुए बताया है कि उसका उसकी पत्नी विनीता से न्यायालय में मुकदमा चल रहा है। रोहित जगम्मनपुर में रहकर मजदूरी करता है। 13 अक्तूबर को जब वह कोर्ट में पेशी पर पहुंचा तो पता चला कि विनीता ने एक फर्जी जन्म प्रमाणपत्र रामपुरा अस्पताल के कर्मचारियों व अपनी बहन व आशा के साथ मिलकर बनाया है। सात अक्तूबर को फर्जी प्रसव दिखाकर एक जन्म प्रमाणपत्र जारी कराकर न्यायालय में पेश कर दिया हैं। इसके बाद वह सीएमओ डॉ. डीके भिटौरिया के समक्ष पेश होकर फर्जी जन्म प्रमाणपत्र की शिकायत की। रविवार को जांच टीम ने सीएचसी आकर प्रकरण से संबंधित स्टॉफ से एफीडेबिट पर लिखित बयान दर्ज किए। टीम ने शिकायतकर्ता से भी बातचीत की। चिकित्सा अधीक्षक डॉ प्रदीप राजपूत ने बताया कि जिले से आई जांच टीम ने अपनी जांच कर ली हैं। जांच टीम अपनी रिपोर्ट सीएमओ को सौंपेगी। इसके बाद अगली कार्रवाई की जाएगी।



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