अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। बीयू से संबद्ध कॉलेजों में मंगलवार से यूजी-पीजी विषम सेमेस्टर की परीक्षाएं शुरू हो गई। पहले दिन 106342 छात्र-छात्राएं परीक्षा में शामिल हुए और 2147 अनुपस्थित रहे। वहीं, बीए व बीएससी प्रथम सेमेस्टर का पेपर किसी ने डेढ़ तो किसी ने पौने दो घंटे में ही हल कर दिया। परीक्षार्थियों ने कहा कि प्रश्नपत्र सरल था। हल करने में कोई दिक्कत नहीं हुई।
बीयू से संबद्ध कॉलेजों में यूजी-पीजी विषम सेमेस्टर की परीक्षा के लिए 213 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। पहली पाली में 44138 अभ्यर्थी शामिल हुए और 1085 अनुपस्थित, दूसरी में 9041 परीक्षा में शामिल हुए और 129 अनुपस्थित और तीसरी में 54248 अभ्यर्थी शामिल हुए और 933 अनुपस्थित रहे।
परीक्षा की शुचिता बनाए रखने के लिए परीक्षा से आधे घंटे पहले ही अभ्यर्थियों को सघन चेकिंग के बाद केंद्र में प्रवेश कराया गया। पहली बार दो घंटे की परीक्षा होने की वजह से पेपर में तीन श्रेणी लघुस्तरीय, मध्यम स्तरीय और दीर्घ स्तरीय में सवाल आए। लघु और मध्यम स्तरीय प्रश्नों को देख अभ्यर्थियों के चेहरे खिल गए। न सिर्फ प्रश्न सरल थे बल्कि प्रश्न चुनने के भी काफी विकल्प थे। पेपर सरल होने की वजह से अभ्यर्थियों ने समय से पहले ही पूरा पेपर कर लिया।
0- ये कहना है अभ्यर्थियों का
केमिस्ट्री का पेपर बहुत ही आसान आया। पेपर देखकर समझ नहीं आ रहा था कि कौन सा प्रश्न करें और कौन सा छोड़े। – निशांत साहू, बीएससी प्रथम सेमेस्टर
पेपर में केमिकल्स रिएक्शन तो बहुत ही आसान थे। पेपर इतना ज्यादा सरल था कि डेढ़ घंटे के अंदर पूरा हल कर दिया। – रुद्र प्रताप, बीएससी प्रथम सेमेस्टर
हिंदी के लघु स्तरीय सवाल सरल तो थे मगर घुमाकर पूछे गए थे। यह स्पष्ट है कि जिसने नहीं पढ़ा, वह हल नहीं कर सकेगा। – रहनुमा खान, बीए प्रथम वर्ष
बहुत अच्छा पेपर आया। विकल्प भी काफी थे। हल करने में किसी तरह की दिक्कत नहीं हुई। कुछ सवार घुमाकर पूछे गए थे। – श्रुति दुबे, बीए प्रथम वर्ष