पेयजल परियोजनाओं के लंबित कार्यों पर जताई नाराजगी, जल्द पूरा करने के निर्देश
जल जीवन मिशन के तहत निर्माणाधीन पेयजल परियोजनाओं की हुई समीक्षा
अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। जल जीवन मिशन के तहत मंडल में निर्माणाधीन पेयजल परियोजनाओं की शनिवार को समीक्षा हुई। मंडलायुक्त बिमल कुमार दुबे ने लंबित कार्यों पर गहरी नाराजगी जताते हुए जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि घर-घर तक नलों से पानी पहुंचने पर ही परियोजना को पूरा माना जाएगा।
कमिश्नरी में हुई बैठक में मंडलायुक्त ने जल निगम की ओर से जगह-जगह सड़कें खोदे जाने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि इससे जनता को परेशानी हो रही है। इस स्थिति में अविलंब सुधार लाया जाए। सड़क का पुनःनिर्माण निर्धारित मानक के अनुरूप किया जाए। संतोषजनक कार्य न करने वाली संस्थाओं पर कार्रवाई की जाए। अमृत और राज्य सेक्टर कार्यक्रम के तहत जनपद झांसी में निर्माणाधीन पेयजल योजनाओं की प्रगति की समीक्षा में सामने आया कि झांसी पुनर्गठन पेयजल योजना फेज-2 और गुरसरांय-गरौठा संयुक्त पेयजल पुनर्गठन योजना का कार्य 86 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। मंडलायुक्त ने शेष कार्य को मैन पावर बढ़ाकर शीघ्रता के साथ पूरा करने के निर्देश दिए।
इस दौरान जल निगम के अधीक्षण अभियंता ने बताया कि झांसी मंडल में जल जीवन मिशन के तहत झांसी में 10, जनपद ललितपुर में 15 और जालौन में पांच परियोजनाओं पर कार्य प्रगति पर है। इसके तहत, 2046 के सापेक्ष 1205 ग्रामों में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। इसके अलावा, 896 ग्रामों से शुद्ध पेयजल आपूर्ति संबंधी सत्यापन प्रमाणपत्र प्राप्त किए जा चुके हैं। मंडलायुक्त ने कहा कि विभागीय अधिकारी निर्माण कार्यों की निरंतर निगरानी सुनिश्चित करें। जल निगम के अधिकारी शेष ग्रामों में शत-प्रतिशत निर्माण कार्य पूर्ण कराना सुनिश्चित करें।
मौके पर एडीएम नमामि गंगे ललितपुर राजेश कुमार श्रीवास्तव, संयुक्त विकास आयुक्त ऋषिमुनि उपाध्याय, उप निदेशक अर्थ एवं संख्या विभाग एसएन त्रिपाठी, अधीक्षण अभियंता जल निगम ग्रामीण (सिविल) अवनीश सिंह, अधीक्षण अभियंता जल निगम ग्रामीण (विद्युत यांत्रिकी) एके गुप्ता, अधिशासी अभियंता जल निगम झांसी रणविजय सिंह और श्री मुकेश पाल सिंह आदि मौजूद रहे।