झांसी। बस्ती से करीब सवा साल पहले अपहृत सातवीं के छात्र को जीआरपी ने बरामद कर बृहस्पतिवार को वहां की पुलिस के सुपुर्द कर दिया। किशोर ने बताया कि ट्रेन बदलने के लिए झांसी स्टेशन पर उतरने के बाद अपहर्ता के चंगुल से छूट गया था। इसके बाद वह झांसी सहित भोपाल व रानी कमलापति स्टेशन पर कामकाज व भीख मांगकर जीवन-यापन करता रहा। परिजनों की याद आई तो उसने एक यात्री के मोबाइल से कंट्रोल रूम को सूचना दी।
बस्ती जिले के गांव महरीपुर, थाना नगर बस्ती का 15 वर्षीय किशोर गांव मरवटिया बाबू, थाना बस्ती में अपने नाना के साथ रहता था। वह बेलाड़ी स्थित इंटर कॉलेज में सातवीं कक्षा का छात्र था। किशोर ने जीआरपी को बताया कि वह 20 सितंबर 2024 को स्कूल गया था, जहां से उसका अपहरण कर उसे ट्रेन से झांसी लाया गया। अपहर्ता यहां ट्रेन बदलकर उसे कहीं और ले जाना चाहता था, लेकिन अचानक वह उसके चंगुल से छूट गया।
अकेले झांसी में खड़े किशोर को जब कुछ समझ नहीं आया और भूख से परेशान हुआ तो वह यात्रियों से भीख मांगना शुरू कर दिया। कभी झांसी तो कभी भोपाल, इटारसी, रानी कमलापति स्टेशन व ट्रेनों में कामकाज व भीख मांगकर सवा साल गुजार दिया। झांसी स्टेशन पर आने के बाद जब उसे परिवार की याद सताने लगी तो उसने एक यात्री को आपबीती सुनाई। इसके बाद यात्री की मोबाइल से किशोर ने कंट्रोल रूम में फोन कर पूरा वाकया सुनाया। इसकी सूचना कंट्रोल रूम ने जीआरपी झांसी को दी।
थाना प्रभारी रावेंद्र कुमार मिश्रा ने उक्त यात्री से संपर्क किया। यात्री ने खुद का नाम सुमित बताया और कहा कि वह केरला एक्सप्रेस से जा रहा है। किशोर ने उसी के नंबर से फोन किया था। उसके पास किशोर की फोटो है। थाना प्रभारी ने फोटो मांगकर प्लेटफार्म चार एवं पांच पर घूम रहे किशोर की पहचान कर उसे बरामद कर लिया। जीआरपी थाना प्रभारी ने बताया कि बाल कल्याण अधिकारी व पुलिसकर्मियों के सहयोग से जब जीआरपी ने बस्ती नगर पुलिस से संपर्क किया तो अपहरण के प्राथमिकी की जानकारी हुई। बस्ती पुलिस जीआरपी थाने पहुंची। आवश्यक कार्रवाई के बाद बच्चे को बस्ती पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया।
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मां की मौत के बाद पिता ने कर ली थी दूसरी शादी
बरामद किशोर ने बताया कि उसकी मां की मौत के बाद पिता ने दूसरी शादी कर ली थी। इस कारण वह दो साल की उम्र में अपने नाना के घर आ गया था। वहीं रहकर पढ़ रहा था। सवा साल पहले हुए अपहरण के बाद उसे नाना की याद आ रही थी।
