कासगंज। सुन्नगढ़ी के किलौनी इलाके में गंगा की धारा निरंतर कटान कर रही है। क्षेत्र के किसान खेतों में कटान होने से परेशान हैं। उन्हें रोजी रोटी की चिंता सता रही है। किसानों का कहना है कि जब उनके खेत ही कट जाएंगे तो वह क्या खाएंगे और क्या बचाएंगे। कटानरोधी कार्य शुरू न होने से किसानों में आक्रोश है।

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पिछले 8-9 दिनों से कटान निरंतर जारी है। पहले बाढ़ और अब गंगा का पानी उतरने के साथ ही कटान ने ग्रामीणों के सामने आजीविका का संकट खड़ा कर दिया है। बीते दिनों खेत में बना एक भवन भी गंगा में समा गया था। इसके बाद से ही फसल समेत खेत गंगा में लगातार समाते जा रहे हैं। क्षेत्र की अब तक करीब 500 बीघा जमीन (खेत) गंगा की भेंट चढ़ चुके हैं। बृहस्पतिवार को बड़ी संख्या में किसान गंगा किनारे पहुंचे। खेतों को गंगा में समाने से वह दुखी और आक्रोशित दोनों हैं। किसान जितेंद्र ने बताया कि उनकी खेती की जमीन कट चुकी है। यही हाल राजवीर, विकास, राजेंद्र, बालिस्टर और इकराम सहित अन्य का है। ग्रामीणों ने कटान रोधी कार्य न होने पर गुस्सा व्यक्त किया।



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