उरई। शहर से गांव तक बेपटरी हो चुकी बिजली व्यवस्था पर लोगों का आक्रोश अब सड़कों पर नजर आने लगा है। शहर से गांव तक हर घंटे बिजली की आंखमिचौली से परेशान लोगों के सब्र का बांध टूटने लगा है।
गुरुवार को गढ़र गांव में बिजली न आने से आक्रोशित ग्रामीणों ने बिजलीघर पहुंच कर सभी फीडर बंद कराकर विद्युत आपूर्ति ठप करवा दी। इसके बाद ग्रामीणों ने गढ़र के पास सड़क पर जाम लगा दिया और जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों का आरोप है कि एक हफ्ते से रात में तीन से चार घंटे बिजली मिल पा रही है। बिजली नहीं आने से किसान अपनी फसलों की सिंचाई भी नहीं कर पा रहे हैं।
बताया कि गढ़र, व्यासपुरा, टिकटोली, मिनौरा में एक सप्ताह से रात में बिजली की कटौती की जा रही है। इस मामले को लेकर कई बार लोगों ने शिकायत की। जब सुनवाई नहीं हुई तो लोग सड़क पर उतर आए और जाम लगा दिया। गढ़र के ग्रामीण लल्लू राम, उत्तम सिंह, मिथलेश, बऊआ, रिषभ, देवेंद्र, विश्वास, संजय, मोंटू ने बताया कि एक सप्ताह से रात में ग्रामीण सो नहीं पा रहे हैं।
कहा कि खेतों में धान और सरसों बोया हैं, उसमें पानी लगाना है। किसान खेतों में पानी नहीं लगा पा रहे हैं। एक बीघा खेत में पानी लगाने में चार दिन का समय लग रहा है। करीब आधा घंटे तक जाम लगा रहा। जाम की सूचना पाकर एसडीएम हेमंत कुमार पटेल मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाकर समस्या के समाधान का आश्वासन दिया।
वर्जन-
कुछ लोगों ने जाम लगाने के साथ ही बिजली घर में पहुंचकर बलपूर्वक सभी फीडर बंद करवा दिए। जबकि समस्या से विभाग को अवगत नहीं कराया था। अगर समस्या की जानकारी देते तो समाधान कराया जाता। जेई से बोलकर फीडर बंद कराने वालों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी। -जितेंद्र नाथ, अधिशासी अभिंयता, बिजली विभाग
बिजली कटौती से ग्रामीण हो रहे परेशान
जोल्हुपुर। बिजली की अघोषित कटौती व आंखमिचौली से लोग परेशान हो चुके हैं। भीषण गर्मी और उमस से लोग बेहाल हैं। बिजली कटौती को लेकर एसडीओ से भी जोल्हुपुर के ग्रामीणों ने शिकायत की थी। लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। रोजाना क्षेत्र में आठ से नौ घंटे कटौती की जा रही है। लोगों को रात में काफी परेशानी हो रही है। बारिश होने के कारण जहरीले कीड़े का भी डर बना रहता है। ग्रामीण शिवराम, प्रताप सिंह, अनुज, हरीराम ने बताया कि इस समस्या से निजात के लिए एसडीओ से भी शिकायत कर चुके हैं। इसके बावजूद किसी ने भी सुनाई नहीं की। एसडीओ आदर्श राज ने बताया कि बिजली व्यवस्था सुधारने के लिए कुछ काम चल रहा है, जल्द सप्लाई ठीक हो जाएगी। (संवाद)
नारेबाजी के बाद भी नहीं सुधरी व्यवस्था
आटा। ग्रामीणों की शिकायत और नारेबाजी के बाद भी बिजली व्यवस्था में सुधार नहीं हो रहा है। बुधवार रात और गुरुवार सुबह बिजली ने खूब छकाया। इसके बाद रात में करीब पांच घंटे कटौती आटा बिजली घर से की गई। रात में बिजली नहीं आने से ग्रामीणों की नींद भी पूरी नहीं हो पा रही है। बुधवार को भी कुछ ग्रामीणों ने बिजली घर पहुंचकर नारेबाजी की थी। उसके बाद कर्मचारियों ने आश्वासन दिया था। सप्लाई में सहूलियत मिलेगी। लेकिन अब तक समाधान नहीं हुआ। (संवाद)