संवाद न्यूज एजेंसी
ललितपुर। फेसबुक पर लड़की बनकर दोस्ती करते और फिर अश्लील वीडियो बनाकर लोगों को ब्लैकमेल करते। जखौरा पुलिस ने ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए तीन अंतरराज्यीय साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से सात मोबाइल और 37,600 रुपये, 13 सिम व पांच डेबिट कार्ड बरामद किए हैं।
साइबर अपराधी लोगों को अपना शिकार बनाने के लिए नित नए हथकंडे अपना रहे हैं। सोशल मीडिया यानि फेसबुक, इंस्टाग्राम पर अपने आप को लड़की बताकर लड़कों से दोस्ती करते हैं। उनको वाट्सएप व वीडियो कॉल कर अश्लील वीडियो दिखाते हुए उसकी रिकार्डिंग कर ब्लैकमेल करते हैं। हनी ट्रैप वाले इस गैंग को पकड़ने के लिए पुलिस अधीक्षक मोहम्मद मुश्ताक के निर्देशन में साइबर क्राइम थाना व जखौरा पुलिस जुटी थी।
रविवार को टीम ने गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए तीन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों ने अपने नाम ब्रजेन्द्र रजक निवासी ग्राम कछउवां थाना पिछोर जनपद शिवपुरी, मध्य प्रदेश, नीलेश रजक निवासी ग्राम अडवाहा थाना जखौरा, अंकित रजक निवासी सलैय्या थाना भौंती जिला शिवपुरी, मध्य प्रदेश बताया। आरोपियों ने बताया कि उनका एक संगठित गिरोह है। वह लोग सोशल मीडिया पर अपने आप को लड़की बताकर लड़कों से दोस्ती करते और उन्हें अपना शिकार बनाते थे।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया। पुलिस टीम में साइबर क्राइम थाना प्रभारी निरीक्षक शावेज खान, थानाध्यक्ष जखौरा राहुल राठौर, उपनिरीक्षक बृजेश कुमार सिंह आदि शामिल रहे।
ऐसे फैलाते थे जाल :
आरोपी पहले फेसबुक आदि पर लोगों से लड़की बनकर दोस्ती करते थे। फिर वीडियो कॉल करते थे। विश्वास होने पर अश्लील वीडियो बना लेते थे और पैसे देने का दबाव बनाते थे। पैसा अकाउंट में न डालने पर वीडियो वायरल करने की धमकी देते थे।
पुलिस बनकर धमकाते : आरोपी पुलिस बनकर उस व्यक्ति को धमकाना तथा कार्रवाई न करने के नाम पर अपने खातों में गूगल पे, फोन पे, एयरटेल पेमेंट, बैंक में क्यूआर कोड आदि के माध्यम से रुपये की वसूली करते थे।
एसपी ने की अपील, कहा- सोशल मीडिया पर सावधानी बरतें
– फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजने वाले व्यक्ति की जांच पड़ताल कर लें।
– अनजान व्यक्ति द्वारा की गई वीडियो कॉल को रिसीव न करें।
– सोशल मीडिया पर अनचाहे एप व लिंक पर क्लिक न करें।
– कभी कभी हैकर दूसरे की आईडी हैक करके उस व्यक्ति की दूसरी आईडी बना लेते हैं।
लोगों से अपील है कि सोशल नेटवर्किंग साइट पर किसी भी अनजान नंबर से आ रहे वीडियो कॉल को रिसीव न करें। अपने मित्रों, रिश्तेदारों, परिवार वालों को साइबर अपराध के बारे में जागरूक करें। उन्हें सतर्क करें, क्योंकि सावधानी ही बचाव है।
मोहम्मद मुश्ताक, एसपी