पता चलने पर ग्रामीण सबसे पहले कबीस पुलिस चाैकी पहुंचे। पुलिसकर्मी ताला बंदकर भाग चुके थे। नारेबाजी करते हुए लोगों ने नूरपुर रोड पर जाम लगा दिया। कुछ ही देर में लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर हंगामा शुरू कर दिया गया। ईंट-पत्थर रख दिए। पत्नी चंद्रकांता भी पहुंच गईं। अन्य महिलाएं उन्हें संभाल रही थीं।
एक्सप्रेस-वे पर 10 किमी तक जाम
लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर ग्रामीणों के जाम लगाने से 10 किलोमीटर तक वाहनों की कतार लग गई। वाहनों में प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालु, पर्यटक और एंबुलेंस में फंसे मरीज शामिल थे। जिसने वाहन निकालने की कोशिश की, उसके पीछे गुस्से में लोग दौड़ पड़ रहे थे। पुलिसकर्मी भी कुछ नहीं कर पा रहे थे।
कबीस पुलिस चाैकी से 5 किलोमीटर की दूरी पर एक्सप्रेस-वे की नदाैता पुलिया है। ग्रामीणों ने वहां पत्थर रखकर हंगामा किया। महिलाएं सड़क पर बैठ गईं। पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाए गए। इससे आगरा से लखनऊ की तरफ 7 किमी और लखनऊ से आगरा की तरफ 3 किमी तक वाहनों की कतार रही। डीसीपी पूर्वी जोन अतुल शर्मा ने लोगों को समझाया। परिजन का कहना था कि पुलिसकर्मियों ने पीट-पीटकर हत्या की है। उन पर केस दर्ज कर कार्रवाई हो। मृतक के बेटे को सरकारी नाैकरी और मुआवजा मिले।
कार के पीछे भागे लोग, वीडियो वायरल
जाम में फंसे एक कार चालक को कुछ लोगों ने बाहर निकालने का प्रयास किया। चालक गाड़ी को बैक कर पीछे ले गया। इसका वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें लोग कार के पीछे भाग रहे हैं। दो घंटे बाद डीसीपी ने आश्वासन दिया, तब लोग हटने के लिए तैयार हुए। गांव में पुलिस और पीएसी तैनात कर दी गई है।