उरई। वृद्धा को मरणासन्न कर जेवर व नकदी लूटने वाले बदमाशों का पुलिस की तीन टीमें 15 दिन बीतने के बाद भी पता नहीं कर पाई हैं। उधर, ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें डर सता रहा है कि कहीं बदमाश दूसरी वारदात को अंजाम न दे दें।
रेढ़र थाना क्षेत्र के ईंगुई गांव निवासी अनूप राजावत की मां अभिलाषा (60) अकेली गांव में रहती हैं। अनूप अपनी पत्नी के साथ उरई के राजेंद्र नगर में रहते हैं। 19 जुलाई की रात वह घर में अकेली थीं। करीब रात ढाई बजे चार बदमाश उनके घर में घुस आए। आहट पाकर उनकी नींद खुली और उन्होंने बदमाशों को ललकारा। इस पर एक बदमाश ने उन्हें पीछे से पकड़ कर मुंह बंद कर दिया था। दूसरे ने किसी वजनी चीज के उनके सिर पर हमला कर दिया। इसके बाद बदमाश उन्हें तब तक पीटते रहे, जब तक वह अचेत नहीं हो गईं। मरा समझकर वृद्धा के गले में पड़ी चेन व करीब एक लाख की नकदी लेकर बदमाश मौके से भाग गए थे।
सुबह जब उनका नौकर फूल लेकर घर पहुंचा तो वृद्धा को रक्तरंजित हालत में पड़ा देख उसने पुत्र अनूप को जानकारी दी थी। सूचना पर एसपी डॉ. दुर्गेश कुमार पुलिस बल के साथ पहुंचे और वृद्धा से पूछताछ की थी। लूट की सूचना मिलते ही डीआईजी झांसी केशव कुमार चौधरी मौके पर पहुंचे थे और जल्द ही वारदात का खुलासा करने की बात कही थी।
वर्जन
वारदात के खुलासे के लिए तीन टीमें लगाई गई हैं। जल्द ही बदमाशों को किया जाएगा।
– प्रदीप कुमार वर्मा, एएसपी, जालौन