
रोती बिलखती मोनू की पत्नी को संभालती महिलाएं
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मेहंदीपुर बालाजी के दर्शन कर घर लौट रहे श्रद्धालु इटावा के पास लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर हादसे का शिकार हो गए। हादसे में मां-बेटे सहित तीन की मौत हो गई। खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। हादसे में दम तोड़ने वाले मोनू ने पत्नी को कॉल करके कहा था कि दर्शन हो चुके हैं, वापसी कर रहे हैं। पत्नी उनके आने का इंतजार कर रही थी, लेकिन मौत की खबर आई। मोनू की आखिरी बार फोन पर अपनी पत्नी से बात हुई थी।
तालग्राम के गधैइया ऊसर गांव निवासी मोनू सिंह (35) परचून की दुकान चलाते थे। शुक्रवार को मोनू अपनी मां चंदादेवी (70), पुत्र प्रिंस उर्फ रिंकू (13), पास के हिम्मतनगला गांव निवासी मोहित यादव (30) और तिसौली गांव निवासी कस्बा तालग्राम में मेडिकल स्टोर संचालक सचिन यादव (24), उसका भाई प्रद्युम्न (15) के साथ राजस्थान के मेहंदीपुर बालाजी के दर्शन करने के लिए गए थे।
दर्शन कर वापस आते समय शनिवार रात आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर इटावा में उनकी कार बस से टकरा गई। हादसे में मां-बेटा के साथ ही सचिन की मौत हो गई और तीन लोग घायल हो गए। पत्नी प्रेमा ने बताया कि शनिवार शाम को पति ने बताया था कि दर्शन हो गए हैं। घर आ रहे हैं, लेकिन उनके मौत की खबर आई। इसके बाद से वह बेसुध हो गई।