जिला क्राईम रिपोर्टर जालौन
पर्वत सिंह बादल ✍️
(उरई जालौन ) उरई; जालौन जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय जी की अध्यक्षता में आज जिला वृक्षारोपण समिति, जिला पर्यावरण समिति व जिला गंगा समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई। उन्होने कहा कि शासन के निर्देशानुसार वर्षाकाल 2024 हेतु वन विभाग एवं अन्य विभागों का विगत वर्ष को ही वृक्षारोपण लक्ष्य मानते हुये स्थल चयन की कार्यवाही की जाये। माह दिसम्बर तक ग्राम पंचायत वार माइक्रोप्लान तैयार कर जी0डी0पी0 में सम्मिलित कराना सुनिश्चित करें। उन्होने संबंधित विभागों द्वारा 22 जुलाई एवं 15 अगस्त को किये गये वृक्षारोपण की शत प्रतिशत जिओटैगिंग कराने के निर्देश दिये। संबंधित विभागों द्वारा कराये गये वृक्षारोपण के सापेक्ष सितम्बर 2023 के अनुसार सफलता की सूचना प्राभागीय वनाधिकारी को एक सप्ताह के अन्दर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
पर्यावरण समिति की समीक्षा के दौरान उन्होने निर्देशित किया कि जनपद से प्रवाहित होने वाली गंगा की सहायक नदी यमुना व बेतवा को प्रदूषित करने वाले समस्त कारकों को चिन्हित कर उनको दूर करने के उपाय एवं नियमित जल परीक्षण करना सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि जनपद में समस्त सरकारी अस्पताल एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में बायो मेडिकल वेस्ट का नियमानुसार सुव्यवस्थित रूप से निस्तारण करना सुनिश्चित करें, साथ ही निस्तारण के समय फोटो व वीडियो बनाया जाये। उन्होने कहा कि जनपद में यमुना नदी एवं उससे जुड़ी सहायक नदियों में गिरने वाले नालों का सर्वे कर नियमानुसार कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। उन्होने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि सड़क के किनारे एकत्रित धूल को उड़ने से रोकने हेतु सड़क की पटरियां पर इंटरलाॅकिंग, खडं़जा लगाने की एवं उसके किनारे वृक्षारोपण की प्रगति, नाला निर्माण आदि का कार्य कराने हेतु सड़कों का चिन्हीकरण कर कार्यवाही करें। उन्होने कहा कि प्रायः यह देखा गया है कि रोड के किनारे कूड़े के ढेर अनियंत्रित तरीके से जगह जगह डाले जा रहे है, शालिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स 2016 के अनुसार डंपिग साइट का चयन कर सुव्यवस्थित तरीके से कूड़े का प्रबंधन सुनिश्चित किया जाये। उन्होने समस्त नगर पालिका व नगर पंचायतों को निर्देशित किया कि जनपद में अनाधिकृत स्थानीय खपत हेतु पशुवध रोक कर अनाधिकृत अवैध पशुवध एवं मांस बिक्री हेतु प्रभावी कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि भविष्य में बाढ़ की आशंकाओं को ध्यान में रखते हुये, यमुना, बेतवा एवं पहुंज नदी के प्राकृतिक प्रवाह को बनाये रखने के लिए एक कार्ययोजना बनायी जाये।
गंगा समिति की समीक्षा के दौरान उन्होने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि यमुना नदी पर कालपी में मुख्य घाट एवं बेतवा नदी पर सलाघाट पर आरती प्रतिदिन कराना सुनिश्चित करें। उन्होने नमामि गंगे योजना के अन्तर्गत घाट पर शवदाह गृह बनाने के निर्देश दिये। उन्होने जिला गंगा समिति द्वारा यमुना एवं उसकी सहायक नदियों के प्रदूषण नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु संबंधित को आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी भीमजी उपाध्याय, अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे विशाल यादव, प्रभागीय वनाधिकारी जयप्रकाश नारायण तिवारी, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 एन0डी0 शर्मा, परियोजना निदेशक शिवाकान्त द्विवेदी, श्रम उपायुक्त अवधेश दीक्षित क्षेत्राधिकार उमेश कुमार पाण्डेय आदि संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
