संवाद न्यूज एजेंसी
झांसी। स्वच्छ भारत मिशन के तहत आज प्रत्येक ग्राम सामुदायिक शौचालय से लैस हैं और इसका उपयोग भी ग्रामीण कर रहे हैं। वहीं 2,23,091 परिवारों ने 2.67 अरब रुपये से व्यक्तिगत शौचालय बनवाए हैं। इस कारण स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज-2 योजना के तहत 661 ग्रामों में ठोस व तरल अपशिष्ट प्रबंधन केे कार्यों को कराते हुए ओडीएफ माॅडल श्रेणी मेंं मार्क किया गया है।
स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) में जनपद केे ग्रामीण क्षेत्रों में व्यक्तिगत शौचालयों का निर्माण कराया जा रहा है। शासन की ओर से व्यक्तिगत शौचालय निर्माण के लिए लाभार्थी को 12000 हजार रुपये प्रदान किए जा रहे हैं। 2014 से अब तक ग्रामीण क्षेत्रों में कुल 223091 परिवारों को व्यक्तिगत शौचालय से आच्छादित किया गया है। वहीं, स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) योजना के तहत जनपद की 495 ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया है।
गोबरधन परियोजना की भी की शुरुआत
स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज-2 की गोबरधन परियोजना के तहत जैव अपशिष्ट प्रबंधन के लिए जनपद की चार ग्राम पंचायतों की गोशाला परिसर में बायोगैस संयंत्र स्थापित किए गए हैं। इनमें बड़ागांव की बचावली बुजुर्ग, चिरगांव का चिरगांव देहात, बंगरा का पठाकरका शामिल हैं इसका उपयोग जैैविक खाद तैयार करने, गोवंश के लिये पेयजल व्यवस्था के लिए सबमर्सिबल पंप, चारा काटने की मशीन, गौशाला परिसर में विद्युत व्यवस्था में किया जा रहा है।
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प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट की स्थापित
स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज-2 के तहत जनपद की दो ग्राम पंचायतों में प्लास्टिक वेस्ट मैनेेजमेंट यूनिट की स्थापना का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इनका प्रयोग ग्राम पंचायतों में व्याप्त प्लास्टिक अपशिष्ट के प्रबंधन के लिए किया जाएगा। इस योजना में शामिल दो ग्राम पंचायत बबीना की सिमरावारी और चिरगांव की चिरगांव देहात है।
ग्राम पंचायत सचिवालय व जनसेवा केंद्र
जनपद की समस्त 496 ग्राम पंचायतों में पंचायत सचिवालयों का संचालन किया जा रहा है। ग्राम सचिवालय को फर्नीचर व कंप्यूटर आदि इक्युपमेंट से सुसज्जित हैं। ग्राम सचिवालय में कार्यरत पंचायत सहायक को वीएलई के रूप में अधिकृत कराकर उनके माध्यम से विभिन्न ऑनलाइन 31352 शासकीय सेवाओं को जनसामान्य को उपलब्ध कराया जा रहा है। इसी प्रकार से राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान योजना के तहत 52 जनसेवा केंद्र कक्षों का निर्माण कार्य पूर्ण कराया गया है।
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गांवों के विकास के लिए जिला पंचायती राज विभाग ग्रामीणों को रोजगार देने के साथ ही ग्रामीणों की आय बढ़ाने पर ध्यान दे रहा है। वहीं, स्वच्छता को लेकर समय-समय पर उन्हें जागरूक किया जा रहा है। इसमें ग्रामीणों का सहयोग भी मिल रहा है। – डॉ. बालगोविंद श्रीवास्तव