
दाल-बाटी, चूरमा
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उत्तर प्रदेश के आगरा में श्रावम मास में दाल-बाटी की परंपरा पुरानी है। यहां बगीचियों में दालबाटी आयोजनों की धूम रहती थी। अब यह शहर की कुछ दुकानों तक ही सीमित रह गई है। श्रावण मास में शिव मेलों, झूला समारोहों की धूम मच जाती है। तीन दशक पूर्व श्रावण मास में दाल-बाटियों की भी बहार आ जाती थी। शहर की बगीचियों में दाल-बाटी के बड़े आयोजन होते थे।
आवास विकास निवासी राजेश अग्रवाल ने बताया कि उस समय मैं 21 वर्ष का था, सावन शुरू होते ही दाल-बाटी के आयोजन होते थे। यह आयोजन जन्माष्टमी तक होते थे। बगीचियों में बाटी बनाने के बर्तन, भांग, ठंडाई रहती थी। दाल-बाटी बनाने वाले हलवाई होते थे। सुबह पकौड़े और ठंडाई और शाम को दाल-बाटी के आयोजन शुरू हो जाते थे।