संवाद न्यूज एजेंसी
झांसी। वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन पर आने वाली ट्रेनों के प्लेटफाॅर्म में लगातार हो रहे बदलाव को लेकर यात्रियों की परेशानी बढ़ रही है। इसे लेकर विभिन्न संगठन और यात्री लगातार ट्वीट कर रहे हैं। वहीं, रेलवे इसे तकनीकी कारणों से लिया जाने वाला निर्णय बता रहा है।
झांसी स्टेशन पर चौबीस घंटे में 100 ट्रेनों का आवागमन होता है। इनमें दिल्ली, मुंबई, कानपुर, लखनऊ और बिहार को जाने वालीं ट्रेनें शामिल हैं। यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे के नेशनल ट्रेन इंक्वारी सिस्टम, आईआरसीटीसी का मोबाइल फोन एप और थर्ड पार्टी एप संचालित हो रहे हैं। इनमें ट्रेन के टाइम टेबल से लेकर वह किस प्लेटफाॅर्म पर आएगी, यह भी जानकारी मिल रही है। इसी जानकारी पर विश्वास कर यात्री प्लेटफॉर्म पर पहुंचते हैं, लेकिन झांसी स्टेशन पर बीते एक माह में 34 बार ट्रेनों के प्लेटफॉर्म बदले गए हैं। इससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिन ट्रेनों के प्लेटफॉर्म सबसे अधिक बार बदले गए हैं, उनमें पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार से चलकर महाराष्ट्र और गुजरात जाने वालीं ट्रेनें हैं।
रेलवे सूत्रों के अनुसार, प्लेटफॉर्म बदलने का कारण कई बार वेंडरों को लाभ देना भी है। जिन ट्रेनों में अधिकांश निम्न आय वर्ग के यात्री होते हैं या जनरल कोच की संख्या अधिक है, उन्हीं ट्रेनों के अधिकतर प्लेटफॉर्म में बदलाव किया जा रहा है। इसकाे लेकर रेलवे पेंशनर संगठन ने भी रोष व्यक्त किया है। वहीं, पूरे मामले में पीआरओ मनोज कुमार सिंह ने बताया कि विकास कार्य और तकनीकी कारणों से ही प्लेटफाॅर्म में बदलाव किया जाता है।