
थिक वेब स्विच का परीक्षण करते कर्मचारी।
– फोटो : amar ujala
संवाद न्यूज एजेंसी
झांसी। ट्रेनों की रफ्तार 130 किलोमीटर प्रतिघंटा से बढ़ाकर 160 किलोमीटर तक पहुंचाने के लिए झांसी रेल मंडल रफ्तार के अनुकूल ट्रैक बनाने पर काम कर रहा है। झांसी-दिल्ली और झांसी से कानपुर रेलमार्ग पर थिक वेब स्विच लगाए जा रहे हैं, इससे पटरी बदलते समय भी ट्रेन की रफ्तार कम नहीं होगी।
मिशन गतिशक्ति के तहत रेलवे ने ट्रेनों का संचालन उनकी अधिकतम गति 160 किलोमीटर प्रतिघंटा तक पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। मंडल ने पहली प्राथमिकता धौलपुर-बीना को दी है और इस मार्ग पर ट्रैक की गुणवत्ता भी लगातार बढ़ाई जा रही है। झांसी-कानपुर रेलमार्ग पर ट्रेनों की रफ्तार 120 से बढ़ाकर 160 तक पहुंचाने के लिए रेलवे ने यहां थिक वेब स्विच लगाना शुरू कर दिया है। थिक वेब स्विच लगने से गति बढ़ाने में आसानी होगी। अभी जब ट्रेन एक पटरी से दूसरी पर आती है ताे पटरी के जोड़ पतले होने के चलते लोको पायलट को उसकी रफ्तार कम करनी पड़ती है। यदि ऐसा नहीं किया जाता तो हादसा होने की आशंका बढ़ जाती है। 2023 में रेल मंडल के प्रमुख रेलमार्गों पर 199 थिक वेब स्विच लगाए थे तो इस साल अभी तक 76 थिक वेब स्विच लगाए जा चुके हैं। इन स्विच से लूप लाइन की रफ्तार भी 30 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटा तक बढ़ाई जा सकती है।
– इन स्टेशनों पर लगाए जा रहे थिक वेब स्विच
मुस्तरा, गढ़मऊ, पारीछा, चिरगांव, नंदखास, मोंठ, एरच रोड, परौना, एट, भुआ, उरई, आटा, उसरगांव, कालपी, चौराह, पुखरायां, मलासा, लालपुर, तिलौंची, पामा, रसूलपुर गोगामऊ, बिनौर, भीमसेन स्टेशन और होम सिग्नल पर थिक वेब स्विच लगाए जा रहे हैं।
ट्रेनों की गति 160 किलोमीटर प्रतिघंटा तक बढ़ाने में थिक वेब स्विच महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। एक बटन दबाने भर से ट्रैक बदला जा सकता है। खास बात यह है कि थिक वेब स्विच के चलते ट्रेनों की रफ्तार कम किए बिना ट्रैक बदला जा सकता है।
दीपक कुमार सिन्हा, मंडल रेल प्रबंधक, झांसी।