
ट्रांसपोर्ट नगर में ढही इमारत।
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ट्रांसपोर्टनगर हादसे का आरोपी बिल्डिंग मालिक राकेश सिंघल अंडरग्राउंड हो गया है। उसका फोन भी बंद है। तलाश में कई टीमें लगाई गई हैं, जो दबिश दे रही हैं। ये दावा पुलिस कर रही है। बाकी मामले में पुलिस अब तक किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं कर सकी है।
ट्रांसपोर्टनगर स्थित तीन मंजिला इमारत सात सितंबर की शाम को ढह गई थी। मलबे में दबकर दवा कारोबारी जसमीत साहनी, राजकिशोर, धीरज गुप्ता, रुद्र यादव, पंकज तिवारी, अरुण सोनकर, जगरूप और राकेश कुमार की मौत हो गई थी। 28 लोग घायल हो गए थे। चौकी इंचार्ज महेश कुमार सिंह ने बिल्डिंग मालिक राकेश सिंघल पर गैर इरादतन हत्या समेत अन्य गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई है। हालांकि, अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। डीसीपी साउथ केशव कुमार का कहना है कि आरोपी की तलाश जारी है। मोबाइल भी बंद होने से उसे ट्रेस करना मुश्किल हो रहा है।
आखिर तब क्या कर रही थी पुलिस
हादसे के करीब दस घंटे बाद एफआईआर दर्ज की गई थी। सवाल है कि पुलिस ने उसी दौरान आरोपी की गिरफ्तारी क्यों नहीं की थी? वक्त बीतने के साथ ही आरोपी अंडरग्राउंड हो गया है। अब पुलिस दावा कर रही है कि उसकी तलाश की जा रही है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि मामले में एफआईआर तो दर्ज कर ली गई थी पर कार्रवाई सुस्त ही चल रही है, क्योंकि शुरुआत में पुलिस का कहना था कि आरोपी के खिलाफ साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। चूंकि बिल्डिंग का नक्शा पास था, इसलिए भी सुबूत जुटाना मुश्किल हो रहा है।
राकेश सिंघल पर ही होगी कार्रवाई
जिस जमीन पर बिल्डिंग थी वह राकेश की पत्नी कुमकुम सिंघल के नाम पर है। ऐसे में सवाल उठ रहा था कि क्या कुमकुम पर कार्रवाई होगी। हालांकि, ऐसा नहीं होगा। डीसीपी का कहना है कि भले ही जमीन आरोपी की पत्नी के नाम पर है, लेकिन उसकी देखरेख, निर्माण कार्य व किरायेदारी संबंधी पूरी प्रक्रिया राकेश ही कर रहे थे। इस कारण उन्हीं पर कार्रवाई होगी।