
मामला जगदीशपुर क्षेत्र के पालपुर गांव का है। गांव निवासी रामकिशोर कौशल का शुक्रवार को बीमारी के चलते निधन हो गया था। शनिवार को उनका अंतिम संस्कार पैतृक गांव गडरियाडीह में किया गया। रविवार की सुबह करीब 7 बजे बेटे चंद्रमा कौशल, चंद्र कुमार कौशल व चंद्र प्रकाश और नाती विधिचंद्र कौशल, बालचंद्र कौशल, धरमचंद्र कौशल व भतीजा अनिल कौशल प्रपौत्र आयुष कौशल और अर्यांश संग निजी वाहन से अस्थि विसर्जन के लिए रायबरेली के डलमऊ स्थित रानी शिवाला घाट गए थे।

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मृतक चंद्र कुमार की फाइल फोटो
– फोटो : संवाद
दो भाई और भतीजे की मौत
यहां गंगा नदी में स्नान के दौरान चंद्र कुमार कौशल (60) गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे। उन्हें बचाने के लिए बालचंद्र कौशल (42) और उनका बेटा अर्यांश (13) नदी में कूद गए। लेकिन, उन्हें बचाने की बयाज तीनों नदी में डूब गए। मौके पर मौजूद गोताखोरों और नाविकों ने देखा तो छलांग दी। उन्होंने तीनों को बाहर निकाला। आनन फानन तीनों को अस्पताल ले जाया गया। वहां जांच के बाद डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया।

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बालचंद्र कौशल और बेटे अर्यांश की फाइल फोटो
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ग्रामीण परिजन को ढांढस बंधाते रहे
घटना की खबर गांव पालपुर पहुंची तो घर में कोहराम मच गया। गांव के लोग एकत्र हो गए। कुछ लोग तत्काल रायबरेली के लिए रवाना हो गए। घरों में महिलाओं का रो रोकर बुरा हाल है। दो भाई और एक भतीजे की मौत से गांव में मातम पसर गया। रिश्तेदारों और ग्रामीणों ने परेशान परिजन को ढांढस बंधाते रहे। देर शाम तक तीनों के शव गांव पहुंचने की संभावना है। सोमवार को पैतृक गांव गडरियाडीह में तीनों का अंतिम संस्कार किया जाएगा।

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घर पर एकत्र लोग
– फोटो : संवाद
बिलखती रही मां, पत्नी और बहनें, हर आंख हुई नम
चंद्र कुमार कौशल, भाई बालचंद्र कौशल और उसके बेटे अर्यांश की मौत की खबर पहुंची तो घरवाले बिलख उठे। गांव में हर आंख नम दिखी। अभी एक दिन पहले ही तो पिता की मौत हुई थी। अब दो बेटे और पोते की मौत ने लोगों को झंकझोर दिया। बालचंद्र की बेटी रागिनी (18) और मिनी बार-बार पिता और भाई को पुकारती रहीं, उनका विलाप सुनकर हर दिल पसीज उठा।

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घर पर एकत्र लोग
– फोटो : संवाद
गांव में सिर्फ मातम, चीखें और सिसकियां दिखीं
चंद्र कुमार कौशल की मौत की खबर सुनते ही पत्नी सुमित्रा कौशल फूट-फूटकर रोने लगीं। उनका कहना था कि जिसके लिए जिंदगी जी रही थी, वही साथ छोड़ गया। उनके बेटे अरुण, बहू रोशनी और पौत्र चेतन गम में डूबे हैं। अविवाहित बेटा वरुण का हाल भी बेहाल है। पूरा गांव शोक में डूबा है। गांव में सिर्फ मातम, चीखें और सिसकियां दिखीं।