अमर उजाला ब्यूरो

झांसी। आने वाले तीन महीनों में पहूज नदी में दो और बड़े गंदे नालों का पानी गिरना बंद हो जाएगा। इन्हें टैप करने का काम तेजी से चल रहा है। तीन महीने में ही 30 फीसदी काम पूरा हो गया है। इस मामले में एनजीटी में भी सुनवाई चल रही है।

स्मार्ट सिटी मिशन योजना के तहत बनाए गए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) को 25 सितंबर 2024 को शुरू कर दिया गया था। 100 करोड़ की लागत से बनाए गए एसटीपी में चारों नालों के गंदे पानी को साफ कर पहूज नदी में छोड़ा जाने लगा। इसके लिए प्लांट से पहूज नदी तक अलग से पाइप लाइन डाली गई है। हालांकि, इसके बाद भी नंदनपुरा के आगे खोड़न गांव और अवंतीबाई तिराहा से पहूज की ओर आने वाले बड़े नालों का गंदा पानी पहूज नदी में गिर रहा है। ऐसे में नगर निगम ने अप्रैल 2025 में इन दोनों नालों को टैप करने के लिए निविदा निकाली थी। निविदा प्रक्रिया पूरी होने के बाद मई से इन नालों को टैप करने का काम शुरू हो गया है।

नगर आयुक्त सत्य प्रकाश का कहना है कि 30 फीसदी काम पूरा हो चुका है। नवंबर तक इन दोनों नालों को टैप कर लिया जाएगा।

इस तरह साफ कर छोड़ा जाएगा पानी : पाइप के जरिये दोनों जगह के पानी को नंदनपुरा के आगे एक स्थान पर मिलाएंगे। फिर पाइप के जरिये पहूज नदी के ऊपर से आल्हाघाट के पास बने सीवरेज पंपिंग स्टेशन तक नाले का पानी लाया जाएगा। यहां से पंप करके पानी को सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में भेजा जाएगा। वहां पानी को साफ करके नदी में छोड़ा जाएगा।



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