
उन्नाव हादसा
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
एक्सप्रेस-वे पर बुधवार को हुए हादसे में 18 यात्रियों के शव बांगरमऊ सीएचसी में जमीन पर रखने के मामले में जिम्मेदारों ने सफाई दी है। कहना है कि एक साथ इतने शव रखने के लिए स्ट्रेचर नहीं थे। कपड़ा व पॉलिथीन मंगवाने में आधे घंटे का वक्त लगा। बुधवार सुबह पहर लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे पर थाना बेहटामुजावर क्षेत्र में हुए हादसे में 18 लोगों की मौत हुई थी।
10 शव एंबुलेंस से बांगरमऊ सीएचसी पहुंचाए गए थे। साथ ही 19 घायलों को भी अस्पताल पहुंचाया गया। यहां पुलिस ने शवों को बिना ढके फर्श पर ही रखवा दिया। पंचनामा भरने की प्रक्रिया पूरी की गई थी। शव जमीन पर रखने का मामला चर्चा में आया। बांगरमऊ सीएचसी प्रभारी डॉ. मुकेश सिंह ने बताया कि अस्पताल में इतनी ज्यादा संख्या में स्ट्रेचर नहीं हैं कि शव को उनपर रखवाया जाता।
घायलों को भी जिला अस्पताल भेज जा रहा था। वहीं, सीओ अरविंद कुमार ने बताया कि घायलों को मौत से बचाना प्राथमिकता थी। शवों के लिए पॉलिथीन और कपड़ा मंगवाया गया, लेकिन सुबह के वक्त दुकान खुलने और उसे लाने में कराब आधे घंटे का समय लगा।
बस चालक की लापरवाही व नियमों की अनदेखी बना हादसे का कारण, जांच में ये बात भी सामने आई