Unnao Children Murder: उन्नाव के पुरवा के रम्माखेड़ा गांव में पत्नी और साली को सबक सिखाने के लिए अपने दो मासूम बच्चों की जहर देकर हत्या करने वाले कातिल पिता रोहित के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। सीओ ने हत्यारोपी को घटनास्थल पर ले जाकर दोबारा जांच की। हत्यारोपी ने पुलिस को बताया कि चार किलो चावल 125 रुपये में बेचकर वह जहर और कोल्डड्रिंक खरीदकर लाया था। बच्चों के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जहर की पुष्टि हुई है। पिता पुलिस हिरासत में और मां वन स्टॉप सेंटर में होने से अंतिम संस्कार में नहीं आ सके। बाबा ने कांपते हाथों से शव दफनाए।
पुरवा कोतवाली इलाके के रम्माखेड़ा गांव निवासी रोहित का 12 जून को पत्नी नेहा और साली निकिता से विवाद हुआ था। रोहित ने पुलिस को बताया था कि पत्नी ने चप्पलों से पिटाई की थी। इसका बदला लेने के लिए सोमवार को उसने अपनी ढाई साल की बेटी सोनाक्षी और छह माह के बेटे रितिक को कोल्डड्रिंक में जहर मिलाकर पिला दिया था।
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घटनास्थल पर पहुंची पुलिस और अन्य जांच टीम
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
दोनों को खेत लेकर गया, जहां मौत हो गई थी। उसने चार दिन से मायके में रह रही पत्नी नेहा और साली निकिता पर बच्चों की हत्या का आरोप लगाया था। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर नेहा को गिरफ्तार कर लिया था। हालांकि जांच में घटना की पुष्टि न होने पर पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो रोहित ने दोनों बच्चों को जहर देकर हत्या करने का गुनाह कबूल कर लिया था।
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घटनास्थल पर पहुंची पुलिस और अन्य जांच टीम
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
बाबा ने किया अंतिम संस्कार
पत्नी नेहा पर लगाया अपने ही बच्चों की हत्या का आरोप निराधार मिलने के बाद उसे सिटी मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया था। बाद में वन स्टॉप सेंटर भेज दिया था। मंगलवार को भाई-बहन के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। शाम तीन बजे शव गांव पहुंचे और उसके बाद बाबा अमृतलाल ने अंतिम संस्कार किया।
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घटनास्थल पर पहुंची पुलिस और अन्य जांच टीम
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
उधर, दोपहर में सीओ अजय कुमार सिंह ने हत्या के आरोपी को साथ ले जाकर घटना स्थल का निरीक्षण किया और साक्ष्य जुटाए। कोतवाल अमरनाथ यादव ने बताया कि सोमवार को पत्नी और साली पर दर्ज हुई हत्या की रिपोर्ट में ही आरोपी रोहित का नाम बढ़ाया गया है। पत्नी और साली के नाम विवेचना में निकाले जाएंगे।
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गमगीन परिजन
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कभी-कभी समोसा खाकर बितानी पड़ती थी रात
उम्र के आखिरी पड़ाव पर पहुंच चुके अमृतलाल ने रोते हुए बताया कि बेटे-बहू के विवाद ने उनका जीवन खराब कर दिया। बेटे को प्रेम विवाह के लिए मना किया तो वह नहीं माना। अपने मन से शादी की। बाद दोनों में विवाद शुरू हो गया। अक्सर बहू अपने मायके चली जाती या फिर कहीं और जाकर रहती। बेटे को नशे की लत होने से वह भी रात में शराब पीकर आता। ऐसे में अक्सर खाना उसे ही बनाना पड़ता था। वह पौत्र-पौत्री की परवरिश भी इसी उम्मीद से कर रहे थे कि कुछ साल बाद उनका सहारा बनेंगे, लेकिन रोहित ने सब कुछ खत्म कर दिया।