आगरा के थाना हरीपर्वत क्षेत्र में सोमवार को गांजा तस्करी के आरोप में पकड़े आरोपियों में से एक दिल्ली में रहकर पॉलिटेक्निक की पढ़ाई कर रहा है। वह खर्च चलाने के लिए पार्ट टाइम बाइक टैक्सी चलाने लगा। इसी दौरान उसकी दोस्ती मार्फीन और गांजा तस्करी करने वालों से हो गई। वह अधिक रुपये कमाने के लालच में सप्लायर बन गया। पुलिस ने पकड़े आरोपियों से मार्फीन, गांजा, नकदी और कार बरामद की है।
हरीपर्वत एसीपी अक्षय संजय महाडिक ने बताया कि पुलिस ने चेकिंग के दौरान संदिग्ध कार को रोका। उसकी तलाशी लेने पर उसमें से छह पैकेट मारफीन ड्रग्स (एमडी), 9.8 किलो ग्राम गांजा, तीन मोबाइल फोन और 70 हजार रुपये बरामद हुए हैं। आरोपी मैनपुरी के लखानी मील निवासी सुधांशु पाल और रितिक शर्मा उर्फ चंदन को गिरफ्तार किया। पुलिस की पूछताछ में आरोपी सुधांशु ने बताया कि वह दिल्ली में रहकर पॉलिटेक्निक की पढ़ाई कर रहा था।
अपना खर्चा चलाने के लिए पार्ट टाइम आनलाइन बाइक टैक्सी चलाता। राइड के दौरान उसे दिल्ली स्टेशन और गुड़गांव क्लब के तस्कर मिल जाते थे। उन्होंने अधिक कमाई का लालच दिया। आरोपी को उनसे तीन हजार में मार्फीन की एक गोली मिलती थी। गांजा भी वह किलो के हिसाब से बेचते थे।
आरोपियों ने तस्करों से माल लेकर आगरा सप्लाई करना शुरू कर दिया। यहां क्लबों में जाकर युवाओं को पांच से सात हजार में गोली बेचते थे। इसके साथ ही गांजे की पुड़िया भी सप्लाई कर देते थे। आरोपियों ने चेकिंग से बचने के लिए दस दिन पहले ही कार खरीदी थी। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर अन्य तस्करों की जानकारी जुटा रही है।
