बरेली के इज्जतनगर स्थित भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) के 137 वर्षों के इतिहास में पहली बार पीजी छात्र अतुल प्रताप को सेना के रिमाउंट वेटरनरी कोर में सेवा देने का मौका मिला है। एसएसबी परीक्षा में सफल होने पर आईवीआरआई के विद्यार्थियों, वैज्ञानिकों, अधिकारियों ने उन्हें बधाई दी।
मूलरूप से कुशीनगर के सेवरही ब्लॉक निवासी अतुल प्रताप के पिता सेना में लांसनायक पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। मां आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं। अतुल ने बताया कि अगस्त में सर्विस सेलेक्शन बोर्ड की परीक्षा दी थी। इसका परिणाम मंगलवार को घोषित हुआ।
उन्होंने वर्ष 2019 में आईवीआरआई के बैचलर ऑफ वेटरनरी साइंस एंड एनिमल हसबैंडरी कोर्स में प्रवेश लिया था। 2024 में कोर्स पूरा होने के बाद आईवीआरआई के शल्य चिकित्सा विभाग से पोस्ट ग्रेजुएट कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि बचपन में पशुओं से लगाव से पशु चिकित्सक बनना चाहते थे। जबकि पिता फौजी बनाना चाहते थे।
मेरठ में होगा प्रशिक्षण
संयोग ऐसा हुआ कि सेना में अधिकारी बने और सेवा का क्षेत्र पशु चिकित्सा मिला। इससे दोनों ही ख्वाहिशें पूरी हुई। कहा कि चयन के बाद अब मेरठ में प्रशिक्षण होगा। इस दौरान पढ़ाई नहीं कर सकेंगे लेकिन ट्रेनिंग पूरी होने पर वापस लौटकर पीजी पाठ्यक्रम पूरा करेंगे।
