राजधानी लखनऊ में 1.29 लाख उपभोक्ताओं के बिजली कनेक्शन इंटेली कंपनी के स्मार्ट मीटर लगाकर पोस्टपेड से प्रीपेड कर दिए गए। ये उपभोक्ता बिजली बिल की बाट ही जोहते रह गए। दो से तीन महीने के इंतजार के बाद अब उन्हें पता चल रहा है कि उनकी चौखट पर मीटर रीडर कभी आएंगे ही नहीं। उन्हें अब बिजली जलाने के बाद बिल नहीं भरना बल्कि मीटर रिचार्ज कराकर बिजली इस्तेमाल करनी है।
पिछले चार माह से उपभोक्ताओं के कनेक्शन प्रीपेड में तब्दील करने की कार्रवाई चल रही है। हालांकि, संबंधित उपभोक्ताओं को यह जानकारी नहीं दी गई कि अब उनके घर, दुकान पर मीटर की रीडिंग करने कोई नहीं आएगा। इसकी वजह से बीते तीन माह में 10 हजार से ज्यादा उपभोक्ताओं ने मीटर रीडर के न आने और बिल प्राप्त न होने की शिकायत दर्ज कराई है।
