सात अक्तूबर को उन्हें बूथ नंबर 406 का बीएलओ बनाया गया था। एसआईआर का कार्य पूरा न होने से परेशान होकर उन्होंने फंदे पर लटक कर आत्महत्या कर ली थी। रविवार तड़के चार बजे परिजनों ने उनका शव फंदे पर लटका देखा था।
सोमवार को दिनभर बीच बीच में उनके घर अलग-अलग संगठन, अधिकारी और गांव के लोगों का आना जाना लगा रहा है लेकिन जाने के बाद तनिष्क, माही, नाइयू और रूही अपनी मां बबली और दादी सोमवती अपने पिता के बारे में सवाल कर रही हैं।
वह बार बार पूछ रही हैं कि पापा कहां चले गए। कब वापस आएंगे। माही और नाइयू ने पिता के बिना खाना खाने से इन्कार कर दिया। दादी और मम्मी ने बेटियों को समझाकर किसी तरह थोड़ा बहुत भोजन कराया।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो गांव में हर कोई देख देख रहा है। तीसरे नंबर की बेटी नाइयू ने सोमवार को किसी के मोबाइल में अपने पिता को देखा तो वह चीख चीखकर रोने लगी। किसी तरह मम्मी और दादी ने बच्ची को समझाकर शांत कराया है।




