दोनों बच्चों ने देखा कि लक्ष्मी के सिर से खून निकल रहा था। यह देख दोनों घबराकर नीचे आए और घरवालों को बताया। वह छत पर पहुंचे तो देखा कि लक्ष्मी लहूलुहान थी। वह उसे लेकर घर के पास स्थित निजी अस्पताल पहुंचे।
मामूली चोट समझकर डॉक्टर ने लगा दिए टांके
निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने सिर पर मामूली घाव समझकर टांके लगा दिए और बच्ची को छुट्टी दे दी। रमेश ने बताया कि देर रात बेटी के सिर में तेज दर्द होने लगा। हालत बिगड़ती देख वह उसे लोहिया अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां जांच करने पर डॉक्टरों ने बेटी के सिर में गोली फंसने की बात कही।
अस्पताल में बेड न होने के कारण डॉक्टरों ने उसे ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया। ट्रॉमा सेंटर में डॉक्टरों ने बुधवार को बेटी की जांच की और बृहस्पतिवार को सर्जरी की। एसीपी ने बताया कि शुक्रवार सुबह बच्ची को होश आ गया, उसकी हालत स्थिर है।
किसने और कहां से चलाई गोली, नहीं हो सकी जानकारी
एसीपी ने बताया कि जानकारी होने पर गाजीपुर इंस्पेक्टर टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे थे। छत पर पड़े टिनशेड में सुराख था। अभी यह पता नहीं चल सका है कि गोली कहां से और किसने चलाई। जांच के लिए पुलिस की तीन टीमें गठित की गई हैं। आसपास बने घरों व अन्य स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी जा रही है। बच्ची के सिर से मिली गोली को फोरेंसिक लैब भेजा जाएगा।




