विजिलेंस ने प्रयागराज में जल निगम के तत्कालीन कार्यवाहक अधिशासी अभियंता घनश्याम द्विवेदी के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का केस दर्ज किया है। शासन के निर्देश पर विजिलेंस के लखनऊ सेक्टर ने उनकी संपत्तियों की गोपनीय जांच की थी, जिसमें करीब 10 लाख रुपये की अघोषित आय का खुलासा होने पर प्राथमिकी दर्ज कर विवेचना करने की अनुमति मांगी गई थी।
विजिलेंस की जांच में सामने आया है कि मूल रूप से मिर्जापुर एवं वर्तमान में प्रयागराज के जार्जटाउन इलाके के निवासी घनश्याम द्विवेदी ने लोकसेवक के रूप में कार्य करते हुए अपनी आय के सभी वैध स्रोतों से करीब 74.11 लाख रुपये अर्जित किए, जबकि संपत्तियों को अर्जित करने एवं भरण-पोषण पर 84.37 लाख रुपये व्यय किए।
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इस अंतर के बारे में जवाब तलब करने पर वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। विजिलेंस ने शासन को अपनी रिपोर्ट भेजकर विवेचना शुरू करने की अनुमति मांगी थी। बीती 10 अक्तूबर को शासन की अनुमति मिलने पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।