जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) अलीगढ़ से गायब हुईं अंकतालिकाओं के बाद से प्रदेशभर के विशिष्ट बीटीसी शिक्षक परेशान हैं। परिषदीय विद्यालयों में वर्ष 2011 से पहले नियुक्त शिक्षकों को दो साल में टीईटी की परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य किया गया है। इधर, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा में आवेदन की अंतिम तिथि जारी कर दी है।
सीटेट के आवेदन में विशिष्ट बीटीसी शिक्षकों को अपने अंक भी दर्ज कराने हैं। लेकिन विशिष्ट बीटीसी कराने वाले संस्थान डायट में इन अभ्यर्थियों की अंकतालिकाएं ही नहीं हैं। ऐसे में कार्यवाहक प्राचार्य अनिरुद्ध यादव ने परीक्षा नियामक प्राधिकारी को पत्र लिखकर अंक (अवाॅर्ड ब्लैंक) उपलब्ध कराने के लिए कहा है। इसके बाद ही आवेदन करने वालों को अंक बताया जा सकेगा। कार्यवाहक प्राचार्य का कहना है कि एक-दो दिन में अंक सूची कार्यालय को प्राप्त होने की उम्मीद है। इसके बाद आवेदकों को परेशानी नहीं होगी।
नहीं आती है अंकतालिका
विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षुओं की अंकतालिका जारी नहीं की जाती। बल्कि विभाग की ओर से प्रमाणपत्र जारी किया जाता है। इसमें अभ्यर्थी का नाम, क्रमांक, अनुक्रमांक, श्रेणी का उल्लेख होता है। प्रत्येक डायट को अंकों की सूची (अवाॅर्ड ब्लैंक) उपलब्ध कराने का नियम है, जो विभागीय दस्तावेज (रिकॉर्ड) के लिए होता है। पहली बार अभ्यर्थियों से उनके अंकों का ब्योरा मांगा जा रहा है, इससे यह दिक्कत हो रही है। केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 18 दिसंबर है।
