आंबेडकरनगर के टांडवा जलाल के रहने वाले सुनील कुमार रोडवेज की बस लेकर आजमगढ़ से दिल्ली जा रहा था। साथ में एक अन्य चालक रामअवधराम और परिचालक गिरीश शर्मा थे। बस में 46 सवारियां बैठी थीं। क्षेत्रीय प्रबंधक बीपी अग्रवाल ने बताया कि सुनील का कोई पता नहीं चल रहा है। उसका फोन बंद है। हादसे में कंडक्टर के बैग में रखे 58 हजार रुपये और दस्तावेज खाक हो गए हैं जबकि गिरीश और रामअवध राम घायल हैं। राम अवधराम का एसएन मेडिकल कॉलेज इलाज चल रहा है।
हमीरपुर राठ निवासी गोविंद की पत्नी पार्वती (32) नोयडा जा रहीं थीं। उसके पति और बेटे पार्वती की तलाश में भटक रहे हैं। रेपरा बांदा के देवराज अपने बेटे रिषभ 15 वर्ष के साथ दिल्ली मजदूरी करने जा रहा था। हादसे में उनका बेटा लापता है। आगरा, वृंदावन और मथुरा के जिला अस्पताल और पोस्टमार्टम गृह में वे तलाश रहे हैं, लेकिन रिषभ का कोई पता नहीं चल रहा है।
मथुरा में एक्सप्रेस-वे पर भीषण हादसा: 12 बसों और तीन कारों में टक्कर
मथुरा के यमुना एक्सप्रेस-वे पर मंगलवार तड़के घने कोहरे में बलदेव स्थित माइलस्टोन 127 के पास सात डबल डेकर और एक रोडवेज सहित आठ बसों और तीन कारों में टक्कर के बाद आग लग गई। आठों बसें जलकर राख हो गईं। चार अन्य डबल डेकर बसें क्षतिग्रस्त हो गई। हादसे में 13 यात्रियों की मौत हो गई, इनमें से अधिकांश जिंदा जल गए और 100 से अधिक घायल हैं।
कई यात्री बसों में ही जल गए, उन्हें पहचानना मुश्किल है। इनकी शिनाख्त के लिए डीएनए टेस्ट कराया जाएगा। दमकल की 15 गाड़ियों ने दो घंटे में आग पर बमुश्किल काबू पाया। घायलों को मथुरा, वृंदावन और आगरा के अस्पतालों में भर्ती कराया गया। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजन को दो-दो लाख और सीएम ने घायलों को 50-50 हजार देने की घोषणा की है।




