जालौन के ऊरई की कोंच कोतवाली क्षेत्र के दाढ़ी गांव में सोमवार दो बच्चों के साथ आत्मदाह करने वाली आरती नहीं चाहती थी कि देवर की शादी में मायके पक्ष के लोग शामिल हों। इसके लिए आरती ने मायके वालों को मना भी किया था।
खासकर उसकी भाई की पत्नी को कार्यक्रम में बुलाने को लेकर उसका पति से विवाद भी हुआ था। कोतवाली क्षेत्र के दाढ़ी गांव निवासी आरती अपनी दोनों बच्चियों के साथ सास के साथ घर पर रहती थी। उसका पति देवेंद्र बलिया में रहता था।
भाई की शादी में शामिल होने को लेकर 14 नवंबर को ही वह घर पहुंचा था। बताया कि आरती देवर की शादी में भाभी व मायके पक्ष के लोगों को नहीं बुलाना चाहती थी लेकिन ससुरालीजन उन्हें बुलाने की बात कह रहे थे। इसी को लेकर उसका पति से विवाद चल रहा था।
मंगलवार को देवर जितेंद्र की बरात बरेली जानी थी। इसी को लेकर रविवार को गांव में रक्कस का कार्यक्रम हुआ। परिजनों, नाते-रिश्तेदारों के अलावा मोहल्ले के लोगों ने भी भाग लिया। सभी गांव के बाहर स्थित खेत पर पहुंचे और कार्यक्रम में रहे लेकिन आरती वहां नहीं पहुंची।