लखनऊ के धर्मावतखेड़ा गांव में दिनदहाड़े घर में घुसकर बीएससी छात्रा प्रियांशी की बेरहमी से हत्या करने वाला आरोपी आलोक शादी तय होने बाद पति की तरह हक जमाता था। वह प्रियांशी पर बेवजह शक भी करता था। शक की इसी आदत के कारण वह पहले भी प्रियांशी के साथ मारपीट कर चुका था।
पुलिस के सामने यह खुलासा प्रियांशी की मां पूनम ने किया। एसीपी मोहनलालगंज विकास पांडेय के मुताबिक, आरोपी आलोक रावत की शक की आदत और उग्र रवैये के कारण ही प्रियांशी व उनकी मां ने रिश्ते से इनकार कर दिया था। वह शादी के लिए प्रियांशी पर लगातार दबाव बना रहा था।
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मोहनलालगंज के धर्मावतखेड़ा गांव में छात्रा की हत्या के बाद मौके पर गुस्साए लोगों को समझाती पुलिस
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
प्रियांशी ने उससे मिलना और बात करना भी बंद कर दिया था। इससे आलोक ज्यादा आक्रामक व्यवहार करने लगा था। पुलिस का मानना है कि रविवार को आलोक प्रियांशी की हत्या के इरादे से ही उनके घर पहुंचा।
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मोहनलालगंज के धर्मावतखेड़ा गांव में छात्रा की हत्या के बाद विलाप करती मां व अन्य
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
संभव है कि इसी योजना के तहत वह अपने साथ थर्माकोल कटर लेकर आया था। उसको अच्छी तरह से पता था कि दोपहर में प्रियांशी की मां घर पर नहीं रहती हैं। इसी वजह से उसने दोपहर का वक्त चुना।
प्रियांशी के पिता रमेश कुमार की तीन वर्ष पहले बीमारी से मौत हो गई थी। मां पूनम ने बताया कि वह प्रियांशी को अफसर बनाना चाहती थीं। उम्मीद थी कि प्रियांशी पढ़ाई पूरी करने के बाद उनका सहारा बनेगी, पर आलोक ने उनकी पूरी दुनिया ही उजाड़ दी।
पुलिस के अनुसार, आरोपी आलोक इंटर में दो बार फेल हो चुका था। इस बार उसने फिर से इंटरमीडिएट परीक्षा फार्म भरा है। उसके परिवार में पिता सतीश, मां और एक भाई हैं।